नई दिल्ली :- कहा जाता है कि स्त्री को पहचानना आसान नहीं है। चाणक्य नीति के अनुसार कुछ महिलाएं ऐसी होती है जो अपने पति को किसी भी समय पर धोखा दे सकती हैए उनमें कई तरह के गुण पाए जाते है आइए जानते है ऐसी महिलाओं के बारे में…
शास्त्रों में लिखा गया है कि औरत के दुनिया में कौन पहचाने त्रिया चरित्र त देवो न जाने। चाणक्य नीति के अनुसार औरत को कोई समझ नहीं सकता। भारत में स्त्रियों को देवियों का दर्जा दिया गया है। प्रकृति ने स्त्री के भीतर कोमलताए सौम्यता और ममता का गुण भरपूर मात्रा में दिया है।
किसी भी पुरुष के जीवन में महिला एक ईश्वर के वरदान के रूप में होती है। जो जीवन को सफल बना सकती है पर शास्त्र कहते है कि औरत को कोई समझ नही पाया है।
चाणक्य नीति के अनुसार कुछ महिलाएं ऐसी होती है जो विश्वास के लायक नहीं होती हैं। ऐसी ही महिलाओं को चाणक्य नीति में कहा गया है।
चाणक्य कहते हैं कि स्त्री देवी के समान होती है उसका हर कदम परिवार की भलाई के लिए होता है वह समाज में परिवार की इज्जत को बचा कर रखती है।
लेकिन कभी-कभी औरत अपने चरित्र हीनता के कारण परिवार और खुद की इज्जत को ताक पर रख देती है इन महिलाओं को किसी एक पुरुष का प्यार नहीं चाहिए होता है।
महिलाओं के आचार- विचार
चाणक्य नीति के अनुसार महिलाओं को उनके चेहरे उनके आचार उनके विचार उनके शरीर की बनावट के आधार पर भी जाना जा सकता है। कि किस स्वभाव की महिला आपके साथ है एक तरफ तो स्त्री को देवी माना जाता है वही ऐसे कारणों की वजह से ऐसी स्त्रियां नफरत का कारण बन जाती है।
महिला के पैर की उंगलिया
चाणक्य नीति के अनुसार जिस महिला के पैर की कनिष्ठा उंगली या उसके साथ वाली उंगली धरती को छू ना पाती हो, अंगूठे के साथ वाली अंगुली ज्यादा लंबी हो ऐसी स्त्रियां हालात और परिस्थितियों के अनुसार अपना चरित्र बदल लेती हैं।
ऐसी महिलाएं स्वाभाव में क्रोधी बहुत होती हैं जिन पर नियंत्रण कर पाना मुश्किल होता है इन पर कभी भी विश्वास नहीं किया जा सकता।