नई दिल्ली :- देश की नई संसद के उद्घाटन के बाद अब उत्तर प्रदेश में नई विधानसभा बनने जा रही है। जानकारी के मुताबिक इसकी काम की शुरुआत भी हो चुकी है। अनुभवी लोगों की टीमें फिलहाल अलग-अलग जगहों पर माटी के परीक्षण का काम कर रही हैं। इसके लिए एक गुजरात की कंपनी को टेंडर दिया गया है। एक बार गुजरात की कंपनी सॉइल टेस्ट करके रिपोर्ट सौंप दे इसके बाद टेक्निकल टीम को आगे का जिम्मा सौंपा जाएगा।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में नई विधानसभा बनाने के लिए 3 हजार करोड़ का बजट तैयार किया गया है। बताया जा रहा है कि 18वीं विधानसभा के खत्म होने से पहले ही इसका काम पूरा कर लिया जाएगा। इसलिए ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 2027 तक इसका निर्माण पूरा किया जाना संभव है। लखनऊ के दारुल सफा विधायक निवास क्षेत्र मे कई जगहों पर माटी के परीक्षण की प्रक्रिया की गई है।
उत्तर प्रदेश में नए विधानसभा भवन बनाने की घोषणा विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने की है। उन्होंने जब इस बात की घोषणा की है तो यह उम्मीद भी जताई है कि 18वीं विधानसभा के कुछ सत्र इस नए भवन में हो सकेंगे। 2023-24 के बजट में 50 करोड़ रुपये नए विधानसभा के निर्माण के लिए पास किए गए हैं। क्योंकि सॉइल टेस्टिंग के बाद टेक्निकल टीम इसकी डिजाइन और रूपरेखा बनाएगा और उसी के आधार पर आगे का काम किया जाएगा।
सतीश महाना ने नए विधानसभा भवन की घोषणा के दौरान यह भी कहा है कि इसके लिए जो खर्च होगा वह बजट अलग से रखा गया है। डिजाइन को बनाने के लिए एक सलाहकार नियुक्त किया जाएगा जो हर पहलू पर अपने विचार रखेगा। उन्होंने कहा कि सलाहकार को यह भी ध्यान रखना होगा कि नया विधानसभा भवन मजबूत और सुसज्जित होना चाहिए। फिलहाल जो 50 करोड़ का बजट पास हुआ उससे डिजाइन और शुरुआती काम किए जाएंगे।