काशी (उत्तर प्रदेश):- प्राचीन मंदिरों के शहर काशी में 22 से 24 जुलाई तक हिंदू, सिख, जैन व बौद्ध धर्मस्थलों के व्यवस्थापकों का महाकुंभ टेंपल कन्वेंशन एंड एक्सपो पहली बार आयोजित किया जा रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार सुबह आयोजन का उद्घाटन किया। टेंपल कनेक्ट व अंत्योदय प्रतिष्ठान के इस कार्यक्रम में 32 देशों के 450 व्यवस्थापक भाग ले रहे हैं।
शनिवार को दिन के मंथन के बाद मंदिरों की व्यवस्था से संबंधित श्वेत पत्र काशी में तैयार किया जाएगा। कन्वेंशन में मंदिरों की सुरक्षा के साथ त्योहारों पर उमड़ने वाली भीड़, वित्तीय व आपदा प्रबंधन, स्वच्छता, टैक्स, पुराने मंदिरों का विकास, ग्रीन टेंपल, लंगर, पहुंच मार्ग, प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक आदि पर परिचर्चा होगी।
कार्यक्रम की हुई शुरुआत
आज सुबह तमाम नेताओं की मौजूदगी में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। शनिवार को महाकुंभ टेंपल कन्वेंशन एंड एक्सपो की शुरुआत हो गई। इस खास मौके पर नेता से लेकर काफी लोग मौजूद रहे।
लगेगा मंदिरों का जमावड़ा
देश की आध्यात्मिक नगरी वाराणसी में मंदिरों का महाकुंभ लगेगा। इस कार्यक्रम में भारत के 350 और दूसरे देशों के 35 मन्दिरों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। आमंत्रण के साथ 14 विशिष्ट मन्दिरों की सूची जारी की गई है, इसमें पटना से लेकर दूसरे देशों के भी मंदिर शामिल होंगे। इस महाकुंभ में अलग-अलग मंदिरों की विशेशताओं और मान्यताओं के बारे में चर्चा की जाएगी।
यह जानकारी शुक्रवार को इंटरनेशनल टेंपल्स कन्वेंशन एंड एक्सपो के चेयरमैन व भाजपा एमएलसी प्रसाद लाड व टेंपल कनेक्ट के संस्थापक गिरेश कुलकर्णी ने दी। पहले दिन के आयोजन के मुख्य अतिथि सरसंघचालक मोहन भागवत होंगे। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी शामिल होंगे।
हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के प्रतिनिधि भी लेंगे हिस्सा
तीन दिनों के आयोजन में 41 देशों के हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसमें मंदिर की सुरक्षा, संरक्षण व निगरानी, फंड प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता और पवित्रता के साथ ही साथ साइबर हमलों से सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) टेक्नोलॉजी का उपयोग और एक सुदृढ़ मंदिर समुदाय को बढ़ावा देने पर विमर्श होगा।