नई दिल्ली :- शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे के सांगली में राहुल गांधी की जनसभा में न पहुंचने पर राजनीति शुरू हो गई है। शिवसेना शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी (शरद) ने मिलकर उद्धव ठाकरे को सांगली ने बाहर कर दिया। सांगली में लोकसभा चुनाव के दौरान जो भी कुछ हुआ, उसे पूरे देश ने देखा। शिवसेना के पास कोई उम्मीदवार नहीं था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस ने एक प्रमुख नेता ने अपनी तरफ से एक उम्मीदवार शिवसेना (यूबीटी) के पास भेजा। शिवसेना (यूबीटी) से कहा गया कि वह उम्मीदवार के आधार पर सीट के लिए लड़े, क्योंकि सीट कांग्रेस के पास न जाए।
संजय निरुपम ने कहा कि एनसीपी (शरद) और शिवसेना (यूबीटी) ने मिलकर ऐसा षड्यंत्र रचा कि सांगली कांग्रेस को नहीं मिली और कांग्रेस ने वहां अपना एक निर्दलीय उम्मीदवार खड़ा किया। वहां से शिवसेना हार गई। जमानत जब्त हो गई। सांगली के कार्यक्रम में कांग्रेस और एनसीपी (शरद) साथ में थीं, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) नहीं थीं। क्योंकि दोनों पार्टियां मिलकर शिवसेना (यूबीटी) को कमजोर करना चाहती हैं। शिवसेना (यूबीटी) अभी सांगली से बाहर हुई है। भविष्य में कांग्रेस और एनसीपी (शरद) दोनों मिलकर शिवसेना (यूबीटी) को महाराष्ट्र से बाहर कर देंगे।
संजय निरुपम बोले कि मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर तीनों दलों में विवाद चल रहा है। इसे सबने देखा है। उद्धव ठाकरे कह रहे हैं कि नाम की घोषणा करिये। इसके बाद शरद पवार ने कहा है कि जब तक चुनाव नहीं होंगे, नतीजे नहीं आएंगे, तब तक सीएम उम्मीदवार घोषित नहीं किया जाएगा।