कानपुर (उत्तर प्रदेश):- बेटे के साथ बाइक से कानपुर दवा लेने जा रहे युवक ने सुबह नवीन गंगापुल पर बेटे से बाइक रुकवाई और पुल की रेलिंग पर चढ़कर गंगा में छलांग लगा दी। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस ने गोताखोरों की मदद से तलाश कराई, लेकिन देर तक कोई सुराग नहीं लग सका। बताया जा रहा है कि युवक घरेलू उलझनों से परेशान था। वहीं, युवक के गंगा में छलांग लगाने से अफरातफरी मच गई। गंगापुल पर एक घंटे तक जाम लगा रहा।
अचलगंज थाना क्षेत्र के भैसई गांव के मूल निवासी राजेश रावत (45) गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के चंपापुरवा मोहल्ले में एक साल से पत्नी और तीन बेटों सत्यम, शिवम, सुंदरम के साथ रहकर मेहनत मजदूरी कर गुजर बसर कर रहे थे। सोमवार की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने पर बड़े बेटे सत्यम के साथ बाइक से कानपुर दवा लेने जा रहे थे। नवीन गंगापुल पर पहुंचते ही बेटे से बाइक रुकवाई और रेलिंग पर चढ़कर गंगा में छलांग लगा दी। पत्नी फूलमती ने पुलिस को बताया कि पति घरेलू उलझन से परेशान थे। एक फैक्टरी में मजदूरी करते थे।
उधर, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनुराग सिंह ने बताया कि डूबे युवक की तलाश के लिए गोताखोर लगाए गए है। वहीं, इस दौरान पुल पर राहगीरों की भीड़ लगने से जाम लग गया। सुबह आठ से नौ बजे तक जाम लगा रहा, पुलिस के पहुंचने पर जाम खुला।
बेटा बोला, मदद की गुहार लगाई, कोई नहीं आया
गंगा नदी में छलांग लगाने वाले राजेश के बड़े बेटे सत्यम ने बताया कि बाइक वह खुद चला रहा था। बीच पुल पर पिता बोले उनकी तबीयत बिगड़ रही है, इस पर उसने बाइक रोक दी। तभी टहलने की बात कहकर रेलिंग के पास पहुंचे उसे संदेह हुआ तो वह भी पहुंच गया। तभी पिता ने छलांग लगा दी। इस दौरान पिता का हाथ उसने पकड़ लिया, एक मिनट तक पिता पुल पर लटके रहे इस बीच उसने शोर मचाते हुए राहगीरों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। अंत में उसके हाथ से पिता का हाथ छूट गया और वह नदी में जा गिरे।