तिरुवनंतपुरम (केरल):- वायनाड भूस्खलन में जान गंवाने वाले अज्ञात लोगों के पार्थिव शरीरों का सामूहिक दफ़न संस्कार पुथुमाला में जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। अब तक मरने वालों की संख्या 387 हो गई है। रविवार तक 220 शव बरामद किए जा चुके हैं और 180 लोग अभी भी लापता हैं।
राहत अभियान के तहत वायनाड में कुल 53 शिविर स्थापित किए गए हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार जिले भर में 1983 परिवारों 2501 पुरुषों 2677 महिलाओं 1581 बच्चों और 20 गर्भवती महिलाओं सहित 6759 लोगों को इन शिविरों में स्थानांतरित किया गया है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पहले जिला प्रशासन को सर्वधर्म प्रार्थना के साथ औपचारिकताएं पूरी करने का निर्देश दिया था। इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि चूरलमाला और मुंडक्कई इलाकों में पुलिस की रात्रि गश्त शुरू कर दी गई है।
राज्य में मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में दान देने और इस प्राकृतिक आपदा को राष्ट्रीय आपदा के रूप में वर्गीकृत करने पर भी चर्चा जारी है। रविवार को उन इलाकों में अधिक कर्मियों और उपकरणों को तैनात किया गया। जहां शव मिलने की संभावना अधिक है और ड्रोन-आधारित इंटेलिजेंट बरीड ऑब्जेक्ट डिटेक्शन सिस्टम का उपयोग उन स्थानों की पहचान करने के लिए किया गया। जहां शव मलबे में नीचे दबे हो सकते हैं।