नई दिल्ली:- सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने मानेकशॉ सेंटर में शीर्ष स्तरीय त्रि-सेवा वित्तीय सम्मेलन की अध्यक्षता की। सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय, वित्त रक्षा मंत्रालय, रक्षा लेखा महानियंत्रक , सेवा के एकत्रित वृतीय सलाहकार , सरकारी ई मार्केट, सेवा मुख्यालय और तटरक्षा सेवा मुख्यालय ने भाग लिया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार सस्त्रबलों में एकीकरण और संयुक्तता निर्धारित उद्देश्य के लिए इस सम्मेलन का समन्वय आईडीएफ मुख्यालय कर रहा है।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान 05 अगस्त 2024 को मानेकशॉ सेंटर नई दिल्ली में शीर्ष स्तरीय त्रि-सेवा वित्तीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन का उद्देश्य सशस्त्र बलों के वित्तीय मुद्दों में सामंजस्य और तालमेल बढ़ाना है। इसमें रक्षा मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय (वित्त), रक्षा लेखा महानियंत्रक, एकीकृत वित्तीय सलाहकार सेवाएं, सरकारी ई-मार्केटप्लेस, सेवा मुख्यालय और भारतीय तटरक्षक मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। इसमें सीडीएस भी मुख्य भाषण देंगे।
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को बताया कि सशस्त्र बलों में एकीकरण पर चल रहे अभियान के लिए निर्धारित उद्देश्यों के अनुरूप, इस सम्मेलन का समन्वयन मुख्यालय आईडीएस कर रहा है। इसका उद्देश्य वित्तीय मुद्दों पर सहयोग बढ़ाना और अधिक तालमेल बनाना है। सम्मेलन में विभिन्न हितधारकों के दृष्टिकोण को समझने और रक्षा खरीद में आने वाली चुनौतियों का समाधान खोजने के पहलुओं पर चर्चा होगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की एक महत्वपूर्ण बैठक 29 जुलाई को हुई थी। इस बैठक में विभिन्न पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों पर विचार किया गया। भारतीय सेना के बख्तरबंद लड़ाकू वाहनों (एएफवी) के लिए उन्नत भूमि नौवहन प्रणाली (एएलएनएस) की खरीद के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) प्रदान की गई। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उच्च स्तर के एन्क्रिप्शन के साथ यह प्रणाली स्पूफ-प्रूफ है।
वित्तीय सलाहकार ( रक्षा सेवाएँ) और महानिदेशक (अधिग्रहण) भी शीघ्र खरीद में अपने संगठनों द्वारा की गई भूमिकाओं और कार्यों पर विशिष्ट व्याख्यान देंगे। यह शीर्ष स्तरीय सम्मेलन रक्षा मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय , मुख्यालय आईडीएस, सेवा मुख्यालय, तटरक्षक और सीजीडीए सहित सभी हितधारकों को एक मंच पर लाता है।