मुंबई (महाराष्ट्र):- शिवसेना(UBT) सांसद संजय राऊत ने कहा कि आपने देखा होगा कि अभी नए संसद में पानी-पानी हो गया था और जो पुरानी वाली संसद थी उसका इतिहास है। वो और 10 साल तक चल सकती थी। अयोध्या मंदिर में भी पानी ऊपर से टपक रहा है। पानी की वजह से एयरपोर्ट का एक हिस्सा गिर रहा। संसद में अब तो पूरा पानी आ रहा है। वहां राजेंद्र नगर में एक बेसमेंट पानी भरने से 3 छात्र की मौत हो गई तो सरकार है कहां। जो सरकार एक साल भी संसद में पानी आने से रोक नहीं पाई और अयोध्या मंदिर में पानी टपक रहा है तो ये जो हिसाब ठेकेदारों का हुआ था उसे फिर से कराना चाहिए। किसको क्या मिला और कमीशन कितना दिया गया। ठेकेदार कौन था।
सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि वे(अश्निनी वैष्णव) रेल मंत्री नहीं रील मंत्री, प्रचार मंत्री हैं। आए दिन जनता की तकलीफों को नजरअंदाज करते हुए। कोई जवाबदेही न लेते हुए वे अपना प्रचार करते हैं। रील मंत्री के पास जवाब नहीं है कि बजट बढ़ता जा रहा है लेकिन 90% रेलों में जो कवच लगना चाहिए था वह अब तक लगा नहीं है। टिकट के दाम बढ़ा दिए गए हैं। वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायत हटा दी गई है। उन्हें लगता है कि वे बिना किसी जवाबदेही के काम कर सकते हैं और बिना किसी सवाल के अपनी मनमर्जी कर सकते हैं। पहले रेल मंत्रालय में ऐसा कुछ होता था तो नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा दे दिया जाता था।