तिरुवनंतपुरम (केरल):- लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ वायनाड में मेप्पाडी सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में राहत शिविर का दौरा किया और भूस्खलन में बचे लोगों से मुलाकात की। 30 जुलाई को यहां भूस्खलन हुआ है। जिसमें 167 लोगों की जान चली गई थी।
वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने कहा कि यह वायनाड केरल और पूरे देश के लिए एक भयावह त्रासदी है। हम परिस्थिति को देखने आए हैं और यहां पर परिस्थिति दर्दनाक है। हम पीड़ितों की सहायता की पूरी कोशिश करेंगे। अभी कई काम हैं जो करना है। यहां पर मदद कर रहे सभी लोगों का धन्यवाद करूंगा। मेडिकल टीम का शुक्रिया अदा करता हूं।
मेरे लिए यह एक राष्ट्रीय आपदा है। अभी राहत-बचाव और सहायता का वक्त है। मुझे वायनाड के लोगों की सहायता की चिंता है ना कि राजनीति की।अभी समय यह सुनिश्चित करने का है कि सभी तरह की सहायता मिले। मुझे अभी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है। मुझे वायनाड के लोगों में दिलचस्पी है। मुझे पता है कि अपनों को खोने का गम क्या होता है। मैं गौरवान्वित हूं कि वायनाड के साथ इस घड़ी में वायनाड के लोग देश के लोग खड़े हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भूस्खलन प्रभावित पीड़ितों से मुलाकात के बाद कहा कि हमने पूरे दिन लोगों से मुलाकात की है जो इस आपदा से जूझ रहे हैं। हम लोगों को हर संभव सहायता के लिए यहां आए हैं। ऐसे समय में हमें कष्ट से गुजर रहे लोगों की मदद के लिए आगे आने की जरूरत है। प्रशासन और राज्य सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है। आपदा से प्रभावित ज्यादातर लोगों का कहना है कि वे उसी इलाके में रहना चाहते हैं। हमें उसके पुनर्वास लिए कोई समाधान निकालना होगा।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने वायनाड भूस्खलन पर कहा कि आज एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। उसके बाद राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक भी हुई। बैठक में विपक्षी नेताओं ने भी हिस्सा लिया। मैं सेना के जवानों के प्रयासों की सराहना करता हूं। उन्होंने हमें बताया है कि फंसे हुए ज़्यादातर लोगों को बचा लिया गया है। मिट्टी के नीचे फंसे लोगों को बचाने के लिए मशीनरी लाना मुश्किल था और पुल बनाने से यह काम आसान हो गया। बेली ब्रिज का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।