नई दिल्ली :- आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र में स्त्री को लेकर अपने विचार सांझा करते हुए ऐसी स्त्री के गुण बताये हैंए जो घर पर नियंत्रण रखें और खासतौर पर पति को काबू रखने की काबलियत रखें । ऐसी स्त्री की हर बात पुरूष मानता है और हमेशा जोरू का गुलाम बनकर रहता है। आचार्य चाणक्य ने लिखे नीतिशास्त्र में वैवाहिक जीवन से जुड़ी कुछ महत्तवपूण बातों को उल्लेख किया हैं। जिसमें एक स्त्री के ऐसे गुणों को उल्लेख किया गया है। जिससे वो परिवार पर कंट्रोल रखती है और पति को भी काबू रखती हैं।
महिला ममता की मूर्ति होए यह जरूरी भी नहीं। हमारा समाज स्त्रियों को परिवार का इज्जत मानता है। महिला को यह जिम्मेदारी भी दी गई है कि वे ऐसा कोई काम ना करे कि परिवार इज्जत पर क्षति ना आए।
समाज अक्सर ऐसी स्त्री को अधिक इज्जत देता है जो घर पर नियंत्रण रखें और खासतौर पर पति को काबू रखने की काबलियत रखें । ऐसी स्त्री की हर बात पुरूष मानता है और हमेशा जोरू का गुलाम बनकर रहता है।