कोलकाता (पश्चिम बंगाल):- पश्चिम बंगाल में डेंगू से छह और लोगों की मौत होने से इस वर्ष राज्य में डेंगू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 से अधिक हो गयी है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि दो मरीजों की कोलकाता के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि दो लोगों की मौत पश्चिम मेदिनीपुर के घाटाल में और दो अन्य लोगों की मौत नजदीकी खड़गपुर में हुई। इस बीच स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि केरल से लौटे एक प्रवासी मजदूर निपाह से संक्रमित नहीं पाया गया है।
उसमें निपाह संक्रमण के जैसे लक्षण देखे गए थे जिसके बाद उसकी जांच करायी गयी थी। उन्होंने बताया कि मजदूर का बेलियाघाटा आईडी हॉस्पिटल में इलाज हो रहा है और उसे तेज बुखार और गले में संक्रमण है। डेंगू से पीड़ित 28 वर्षीय एक चिकित्सक की शुक्रवार को कोलकाता के एक अस्पताल में मौत हो गई थी।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर देबोद्युति चट्टोपाध्याय की ‘डेंगू हेमरेज शॉक सिंड्रोम’ के कारण तड़के मौत हो गई। अधिकारी ने कहा कि चट्टोपाध्याय का हाल में गुर्दा प्रतिरोपण हुआ था और सर्जरी के बाद वह मधुमेह से पीड़ित हो गए थे। साथ ही उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिससे उनकी मौत हो गई। वह दक्षिण कोलकाता के गरफा इलाके में रहते थे।