श्रीनगर (जम्मू कश्मीर):- कश्मीर में जी 20 सम्मेलन के बाद यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या के प्रति जो दावे किए जा रहे थे अब उस संभावनाओं पर दो कुठाराघात हुए हैं। पहला 7 दिनों तक चली अनंतनाग की जंग जिसमें पहली बार आतंकी 3 बड़े अफसरों की जान लेने में कामयाब रहे।
इसमें पहली बार युद्ध में इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों का इस्तेमाल हुआ था और दूसरी ओर अब कनाडा सरकार द्वारा अपने नागरिकों के लिए जम्मू कश्मीर जाना प्रतिबंधित किए जाने से। अमेरीका द्वारा पहले ही ऐसी एडवाइजरी जारी की जा चुकी है।
जी 20 के बाद यह दावा किया जाने लगा था कि कश्मीर में विदेशी टूरिस्टों की संख्या में 700 परसेंट बढ़ौतरी हुई है। असल में ऐसा कई देशों द्वारा अपने नागरिकों पर कश्मीर जाने पर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के कारण हुआ था। पर अब यह खुशी नदारद होने लगी है। कारण स्पष्ट है। अनंतनाग में आतंकवाद के इतिहास की सबसे भयानक जंग जिसमें एक ओर 3 आतंकी थे और दूसरी ओर 3 हजार जवान ने कश्मीर के प्रति अन्य देशों की सरकारों का नजरिया फिर से बदल दिया है।
हालांकि अनंतनाग की मुठभेड़ से पहले यह कश्मीरियों के लिए वाकई खुशी के पल थे कि एक लंबे अरसे के बाद कश्मीर आने वाले विदेशी टूरिस्टों की संख्या में भारी उछाल आया था। प्रशासन कहता है यह जी-20 की बैठक का नतीजा है। इस साल चाहे रिकार्ड तोड़ 1.27 करोड़ देसी पर्यटकों ने अभी तक जम्मू कश्मीर का दौरा किया है।