कोलकाता (पश्चिम बंगाल) :- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने मणिपुर में महिलाओं से बर्बरता के मामले में केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि आपने (बीजेपी) ‘बेटी बचाओ’ का नारा दिया था, अब आपका नारा कहां है? आज मणिपुर जल रहा है, पूरा देश जल रहा है।
बिलकिस बानो मामले में आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया। पहलवान मामले में बृज भूषण सिंह को भी जमानत मिल गई। आने वाले चुनाव में देश की महिलाएं आपको देश की राजनीति से बाहर कर देंगी।
मैं पीएम मोदी से पूछना चाहती हूं कि क्या मणिपुर की घटना से आपको थोड़ा भी दुख नहीं हुआ? आप पश्चिम बंगाल पर उंगली उठाते हैं लेकिन क्या आपको बहनों और माताओं से प्यार नहीं है? कब तक बेटियां जलाई जाएंगी, दलित, अल्पसंख्यक मारे जाएंगे, लोग मारे जाएंगे? हम मणिपुर नहीं छोड़ेंगे, उत्तर पूर्वी बहनें हमारी बहनें हैं।
ममता बनर्जी के अलावा कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस के वार्षिक ‘शहीद दिवस’ कार्यक्रम टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मैं हमारी नेता ममता बनर्जी की अनुमति लेकर यहां से एक घोषणा करता हूं। जिस तरह से भाजपा राज्य को मिलने वाला फंड रोक रही है, हम दो अक्तूबर को गांधी जयंती के दिन दिल्ली जाएंगे। हम पांच अगस्त को शांतिपूर्वक सभी भाजपा नेताओं के घरों का घेराव करेंगे।
मुख्यमंत्री ममता ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हर तरफ वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही हैं। लेकिन बीजेपी चारों तरफ दंगों के नाम पर बांटने की कोशिश कर रही है। ममता बनर्जी ने कहा कि मैं चुनौतियां स्वीकार करने वाली इंसान हूं। बीजेपी मौत पर राजनीति कर रही है।
त्रिपुरा में रथयात्रा में 26 लोगों की मौत हो गई। रेल दुर्घटना में कितने लोग मरे ? नमामि गंगे परियोजना केंद्र पर दुर्घटनाओं में कितने लोगों की मृत्यु हुई ? लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा। मैं मौत पर राजनीति नहीं करती हूं। लेकिन बीजेपी तभी राजनीति शुरू करती है जब बंगाल में कोई मरता है।
पंचायत में हुई हिंसा की घटना पर मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में 71,000 बूथों पर वोटिंग हुई। जिसमें 3 जगहों पर गड़बड़ी हुई है इस पर भी भाजपा की ओर से लगातार राजनीति की जा रही है। सबसे ज्यादा तृणमूल कार्यकर्ता मारे गये। क्या तृणमूल कार्यकर्ता तृणमूल कार्यकर्ताओं को मार डालेंगे ? ममता ने पंचायत चुनाव में हिंसा के शिकार लोगों के लिए नौकरी और वित्तीय मुआवजे की भी घोषणा की है।