अमेरिका :- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग सत्र का नेतृत्व किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग भारत से आता है। सभी प्राचीन भारतीय परंपराओं की तरह यह भी जीवंत और गतिशील है। योग जीवन का एक तरीका है।ये विचारों और कार्यों में सावधानी बरतने का एक तरीका है। ये स्वयं के साथ, दूसरों के साथ और प्रकृति के साथ सद्भाव से जीने का तरीका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योग कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी मुक्त है। उधर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने पीएम मोदी के हवाले से ट्वीट किया, जिसमें लिखा, ”मुझे याद है, 9 साल पहले संयुक्त राष्ट्र में यहीं पर मुझे 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव करने का सम्मान मिला।
अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के उत्तरी लॉन में योग दिवस का कार्यक्रम रखा गया। योग दिवस के माध्यम से एकता और शांति के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए इस वर्ष इसकी थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ रखी गई।योग दिवस पूरी दुनिया में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है।
लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि योग आपकी आयु, लिंग और फिटनेस स्तर के अनुकूल है। योग पोर्टेबल है और वास्तव में सार्वभौमिक है। आगे कहा कि पिछले साल, 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए पूरी दुनिया एक साथ आई थी। बाजरा एक सुपरफूड है। वे समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और पर्यावरण के लिए भी अच्छे … पूरी दुनिया को देखना अद्भुत है योग के लिए फिर से साथ आएं।