रामेश्वर सोनी की स्पेशल रिपोर्ट
घोरावल (सोनभद्र):- ईद उल अजहा बकरीद 29 जून 2023 को होगी। उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में चांद दिखा है। ईद-उल-अजहा का त्योहार 29 जून को मनाया जाएगा। इस्लामी केलेंडर में 29 या 30 दिन होते हैं जो चांद दिखने पर निर्भर करते हैं।
3 दिनों तक मनाया जाता है त्यौहार
यह त्यौहार 3 दिनों तक चलता है।तीन दिन चलने वाले त्योहार में मुस्लिम समुदाय के लोग पशुओं की कुर्बानी देते हैं। जिन्हें भारतीय कानूनों के तहत प्रतिबंधित नहीं किया गया है। बकरीद पर गरीबों का खास ख्याल रखा जाता है। बकरीद पर दी गई कुर्बानी के तीन हिस्से किए जाते हैं। इसमें से एक हिस्सा अपने लिए और बाकी दो हिस्से अपने करीबियों और गरीबों व जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाता है।
बकरीद कुर्बानी का त्यौहार
मुस्लिम धर्म में बकरीद बड़ा ही महत्वपूर्ण त्योहार है और इसे कुर्बानी का त्योहार कहा जाता है। इस्लामी मान्यता के अनुसार पैगंबर इब्राहिम अपने पुत्र इस्माइल को इसी दिन अल्लाह के हुक्म पर अल्लाह की राह में कुर्बान करने जा रहे थे। तो अल्लाह ने उनके बेटे को जीवनदान दे दिया और वहां एक पशु की कुर्बानी दी गई थी जिसकी याद में यह पर्व मनाया जाता है।
यह महीना मुसलमानों के लिए महत्व
ये महीना दुनिया भर के मुसलमानों के लिए महत्व रखता क्योंकि इस महीने में मक्का की हज यात्रा होती है। बकरीद का त्योहार चांद दिखने के 10वें दिन मनाया जाता है, और ईद उल ज़ुहा या अजहा या बकरीद, ईद उल फित्र के दो महीने नौ दिन बाद मनाई जाती है. सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में रविवार को ही ईद अल-अजहा का चांद नजर आ गया था. खाड़ी देशों में बकरीद 28 जून को मनाई जाएगी।