भोपाल (मध्य प्रदेश):- 16-17 जून को गुजरात में कहर बरपाने के बाद बिपरजॉय डिप्रेशन में बदल चुका है लेकिन अभी भी इसका प्रभाव कम नहीं हुआ है। बीते दो दिनों से इसने राजस्थान में लोगों को काफी तंग किया हुआ है तो वहीं अगर ताजा अपडेट की बात करें तो ये अब एमपी की ओर बढ़ चला है।
तूफान डिप्रेशन में बदल चुका है
बिपरजाॅय पर मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि ‘चक्रवाती तूफान डिप्रेशन में बदल चुका है। पूर्वी राजस्थान के मध्य भागों पर डिप्रेशन का असर देखा गया जो अब दक्षिण पूरब की ओर है।’ भारतीय मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक अभी चक्रवात पूर्वी राजस्थान से मध्य प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है, जिसकी वजह से मध्य प्रदेश में भारी बारिश की आशंका बनी हुई है।
हवा की गति भी 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी
आईएमडी ने कहा है कि जिस वक्त यहां पर बारिश होगी उस वक्त हवा की गति भी 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी, एमपी में मौसम 21 जून तक काफी खराब रहने वाला है इसलिए यहां पर अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्थान में तूफान हुआ कमजोर
जहां तक राजस्थान की बात है तो आईएमडी ने कहा है कि ‘राज्य में अब तूफान का असर अब कम हो गया है। कल यहां पर राजस्थान में कल 20 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है और आज भी इतनी ही बरसात होने का अंदेशा है, हालांकि कल यहां पर बारिश कम होगी।’
बाढ़ जैसे हालात
हालांकि बारिश की वजह से राजस्थान के बाड़मेर, जालोर और सिरोही में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं लेकिन स्थिति कंट्रोल में हैं।
दिल्ली में रहेगा मौसम खराब
हालांकि इसका असर दिल्ली पर दिखेगा और अगले 2-3 दिन यहां पर मौसम खराब ही रहने वाला है। इसलिए यहां पर अलर्ट जारी है।
अगले दो-तीन दिन में बारिश हो सकती है
तो वहीं ‘लू’ और ‘प्रचंड गर्मी’ की मार सह रहे यूपी में अब मौसम चेंज होने जा रहा है, मौसम विभाग ने कहा कि साउथ यूपी में अगले दो-तीन दिन में बारिश हो सकती है। तो वहीं पंजाब, हरियाणा में भी बरसात हो सकती है।
मध्यम बारिश का अनुमान
तो वहीं अगले 24 घंटों के दौरान हिमााचल में हल्की और उत्तराखंड में मध्यम बारिश का अनुमान है तो वहीं केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्रा में भारी बारिश का अलर्ट जारी है।
भारी बारिश का रेड अलर्ट
जबकि पूर्वोत्तर के राज्यों में भी आज मौसम गीला ही रहेगा। असम में तो भारी बारिश का रेड अलर्ट पहले से ही जारी है। यहां पर भारी बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र उफान पर आ गई है। बरसात के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं।