लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- कर्नाटक में धर्मांतरण कानून रद्द होने के बाद देश की सियासत गर्माई हुई हैं वहीं दूसरी तरफ यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार अब धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे मामलों पर अब और भी ज्यादा सख्त हो गई है। स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण का कानून 27.11.2020 से लागू है। सरकार द्वारा जो एक्ट लाया गया था उसका सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। जो भी लव जिहाद के दायरे में लाते हुए धर्मांतरण को जोर दे रहे हैं उनके खिलाफ विधि संबंधित कार्रवाई करने के लिए सरकार संकल्पित है।
सामान्य धर्मांतरण के भी समय-समय पर केस सामने आते हैं जैसे गाजियाबाद के एक बच्चे को प्रेरित करके गेमिंग के जरिए धर्म परिवर्तन कराए जाने का केस प्रकाश में आया है और पूछताछ कर मुख्य अभियुक्त को दूसरे राज्य लाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। लोग स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करे तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन जबरदस्ती कराया जाए तो कार्रवाई की जाएगी। लव जिहाद के दायरे में लाते हुए धर्मांतरण को जोर दे रहे हैं उनके खिलाफ विधि संबंधित कार्रवाई करने के लिए सरकार संकल्पित है।
स्पेशल डीजी ने कहा कि कुछ दिनों पहले गाजियाबाद के एक बच्चे को प्रेरित करके गेमिंग के जरिए धर्म परिवर्तन कराए जाने का मामला सामने आया था। इसका तार महाराष्ट्र तक जुड़ा था। इसमें न सिर्फ हिन्दू बल्कि इसाई और फारसी को भी निशाना बनाया गया था। मामला सामने आने पर यूपी पुलिस ने इस पर सख्ती दिखाई। मामले में लिप्त मौलवी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जबकि उसके सहयोगी को महाराष्ट्र पुलिस ने मुम्ब्रा से गिरफ्तार किया था। यही नहीं इसके आलावा लव जिहाद और धर्मांतरण के मामले सामने आते रहते हैं।