गांधी नगर (गुजरात):- बनासकांठा शहर में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 19 जून तक पूर्वोत्तर भारत, पूर्वी भारत में बारिश होने की संभावना जताई गई है। मानसून की शुरुआत से दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे कई बड़े शहरों को चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है।
IMD ने राजधानी दिल्ली, यूपी और हरियाणा में अगले दो दिनों के अंदर बारिश होने की बात कही है। बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 18 और 19 जून को बारिश होने की वजह से लोगों को राहत मिलेगी।
बनासकांठा के अंबाजी पंथक ने बारिश से खूबसूरत माहौल बना दिया है। जिसमें गब्बर पहाड़ पर बारिश के कारण खूबसूरत नजारा देखने को मिला है। कुछ इलाकों में जलभराव के दृश्य देखने को मिले हैं। बनासकांठा के माहौल में भी उलटफेर देखने को मिला। पालनपुर के चित्रसनी गांव के आसपास बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं। तेज हवा और बारिश के चलते पालनपुर हाईवे पर सुरक्षा के लिए लगाए गए पुलिस बैरिकेड्स बेहाल नजर आए हैं।
इसके अलावा अरावली के महिसागर जिले में सर्वत्र वर्षा हुई है। लूनावाड़ा, संतरामपुर के ग्रामीण इलाकों में बारिश देखने को मिली है। सुबह से ही बादलों की गर्जना के साथ बारिश हो रही है। बारिश के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। अरावली के मोडासा में मूसलाधार बारिश से शहर के निचले इलाकों में जलभराव का नजारा देखने को मिला। हवाओं का शोर इतना ज्यादा है कि कच्छ के हरिमन भाई की आवाज को सुन पाना बहुत मुश्किल हो रहा था। फोन में नेटवर्क की इतनी समस्या थी कि बात नहीं हो पा रही थी। रह-रह कर हो रही बारिश से बचते हुए जैसे तैसे पश्चिमी कच्छ के नखतारा तालुका के सुथरी गांव के रहने वाले हरिमन भाई रबरिया ने अमर उजाला डॉट कॉम से समुद्री चक्रवाती तूफान बिपरजोय के आने से पहले विस्थापित किए जाने के दौरान बातचीत की। हरिमन भाई कहते हैं कि हमें नहीं पता कि अब हमारी जिंदगी दोबारा कैसे बस पाएगी। अपने पुरखों की जमीन छोड़कर हम लोग उस जगह पर आ गए हैं, जहां पर कभी आना ही नहीं हुआ। अपना घर-बार धंधा-पानी सब छोड़कर इस उम्मीद से कच्छ के भिंडयारा पहुंचे हैं कि शायद हालात सामान्य होने के बाद हम लोग वापस अपने गांव अपने घर पहुंच सकें। भावुक होते हुए कहते हैं कि अपने घर से जो सामान ला सकते थे उतना लाए हैं बाकी सब वहीं छोड़ आए हैं।