बाड़मेर (राजस्थान):- मांगता गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में एक नीम के पेड़ पर फांसी लगाकर एक युवक और युवती ने आत्महत्या कर ली। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था। शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है।
प्यार में पागल होकर इस प्रेमी जोड़े ने फांसी के फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी। प्यार के लिए जान दे भी सकता हूं और जान ले भी सकता हूं। राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक प्रेमी जोड़े ने सही साबित कर दिया। प्यार में ताकत होती है यह इस प्रेमी जोड़े ने दिखा दिया। इन्होंने अलग होने की जगह पर अपने जीवन लीला समाप्त करने का फैसला किया। एक दूसरे का साथ नहीं पाने के कारण दोनों ने एक ही फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। इससे पहले दोनों ने साथ में एक सेल्फी ली जिसे प्यार की आखिरी निशानी के रूप में व्हाट्सऐप स्टेटस पर लगाया और फिर पेड़ पर फंदा डालकर लट गए। इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।
जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात खुशी और ओमप्रकाश अपने-अपने घर से निकल आए। इसके बाद वे गांव में बने सरकारी स्कूल में पहुंचे। यहां दोनों ने साथ में समय बिताया और फिर प्यार की निशानी के रूप में एक सेल्फी ली, जिसे बाद में ओमप्रकाश ने अपने व्हाट्सऐप स्टेटस पर लगाया। स्कूल में बैठकर दोनों ने कपड़े की थैलियों से रस्सी बुनकर तैयार की, जिससे पेड़ से लटककर जान दे दी।
खुशी और ओमप्रकाश के लापता होने की जानकारी परिजनों को लगी तो उनकी तलाश शुरू की गई। दोनों के परिवार के लोग उन्हें यहां-वहां खोजने लगे। इसी बीच खुशी की मां स्कूल के पास पहुंची तो उसके होश उड़ गए। पेड़ से खुशी और ओमप्रकाश के शव लटते देख वह जोर-जोर से चीखने लगी। आवाज सुनकर परिवार और गांव के लोग मौके पर पहुंचे और शव को नीचे उतारा, लेकिन तब तक दोनों की प्यार भरी जिंदगी का अंत हो चुका था।
प्यार के दुखद अंत की ये कहानी मांगता गांव की है। यहां रहने वाली 19 साल की खुशी और 21 साल का ओमप्रकाश एक दूसरे से प्यार करते थे। दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन, खुशी के परिजनों ने कुछ दिन पहले उसकी शादी किसी और लड़के के साथ तय कर दी थी। दोनों की सगाई भी हो चुकी थी। लेकिन खुशी और ओमप्रकाश एक दूसरे से अलग नहीं होना चाहते थे।