अगरतला (त्रिपुरा): राज्य के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के अवसर पर अगरतला में ‘सफाई अभियान’ और वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि जितना हो सके प्लास्टिक का उपयोग न करें। हमें पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने की जरूरत है।
पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1973 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है पहली बार 1973 मे मनाया गया था।
पर्यावरण दिवस में क्या है खास
जानवरों से लेकर इंसानों तक के जीवित रहने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखना अत्यधिक आवश्यक है। लगातार विकास की ओर अग्रसर इस विश्व में बहुत कम लोग ही ऐसे हैं, जिन्हें प्रकृति के बारे में सच्चे दिल से चिंता है। वहीं कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें पर्यावरण और हमारे द्वारा फैलाई गई गंदगी, प्रदूषण से होने वाले नुकसान के बारे में कुछ पता ही नहीं है। और यही कारण है, जिसकी वजह से आज प्रकृति और उसका सौंदर्य (Environment day theme) नष्ट होता जा रहा है। यही कारण है कि, आज के दौर में जनता को प्रकृति और हमारी वजह से प्रकृति को होने वाले नुकसानों के बारे में जागरुक करवाना होगा।