वाराणसी ब्यूरो :- वाराणसी अपराधियों पर नकेल कसने से तो पुलिस पीछे भागती रहती है । लेकिन सीधे-साधे लोगों को अपराधियों जैसा व्यवहार करना पुलिस की फितरत में रहता है ।
सूत्रों के अनुसार ताजा उदाहरण चौबेपुर थाने के अंतर्गत छितमपुर गांव है ।जिसमें अधिवक्ता अजीत यादव के घर के लड़के कोटेदार के दुकान पर राशन लेने गए थे। कम राशन व ज्यादा कीमत लेने के विरोध करने पर चंपा देवी पत्नी बेचूराम कोटेदार व उसके गुर्गे अशोक यादव सुनील यादव इत्यादि ने अधिवक्ता परिवार के बच्चे को मारा पीटा और भगा दिया ।अधिवक्ता अजीत यादव ने कानून का सहारा लेते हुए 112 नंबर को डायल किया। 112 नंबर की पुलिस आई और मौके से कोटेदार सहित उसके गुर्गों को थाने ले आई
थाने पर आने पर थाना प्रभारी राजेश त्रिपाठी ने अधिवक्ता को तहरीर लेकर आने के लिए कहा जब अधिकता तहरीर लेकर थाने पर पहुंचा तो थानेदार ने अधिवक्ता अजीत यादव को तुरंत लॉकअप में डाला और अपने पुलिसिया भाषा में अपशब्दों का खूब इस्तेमाल किया।
सूत्रों द्वारा प्राप्त खबरों के अनुसार बताया गया कि चौबेपुर थाना इस समय वसूली का अड्डा बना हुआ है ।छोटे-मोटे गंभीर अपराध के साथ क्षेत्र में गाजा ,हीरोइन धड़ल्ले से बिक रही। जिसकी सूचना देना किसी आम आदमी को खतरे से खाली नहीं है। क्योंकि थानाअध्यक्ष झांसे में सूचना देने वाले को ही थाने पर बुलाकर उसी का चालान कर सकते हैं ।जिसका ताजातरीन उदाहरण अधिवक्ता अजीत यादव के साथ हुआ ।आखिर अजीत यादव ने सूचना देकर कौन सा अपराध कर दिया ।
चौबेपुर थाने में थानाअध्यक्ष सहित पुलिसकर्मियों ने भी उनके साथ दुर्व्यवहार किया और लॉकअप में डालकर 107 /151 सीआरपीसी की धारा में चालान भी करती है ।
अब बताइए अपराध रोकने में यह पुलिस ने कौन सा चरण अख्तियार कर लिया है ।जबकि वाराणसी जिला मैं पुलिस कमिश्नर यस सतीश गणेश जी बैठे हैं।
क्या ऐसे पुलिसकर्मियों थानाध्यक्ष पर उनका अंकुश नहीं है।
अधिवक्ता वीरेंद्र यादव पूर्व डीजीपी महेंद्र नारायण यादव की अध्यक्षता में एक आपातकालीन बैठक करके कई अधिवक्ताओं ने इस घटना पर रोष व्यक्त किया ।साथ ही एडीजीपी से मांग किया कि चौबेपुर थाना के भ्रष्ट थानेदार राजेश त्रिपाठी व उसके कारखास को तत्काल हटाए जाने की मांग किया। जिससे थाना क्षेत्र के संभ्रांत नागरिक भय मुक्त हो वह मोदी योगी का नारा भयमुक्त समाज का बुलंद हो।
बैठक में अधिवक्ता कार्तिकेय प्रेम प्रकाश सिंह हिमांशु सिंह यादव अविनाश चंद्र चंद्र बली अजय यादव अशोक यादव इत्यादि लोग उपस्थित थे।