ग्रेटर नोएडा:- पुलिस ने बड़ी कार्रवाई थीटा-सेक्टर 2 से 16 मई की रात पकड़े गए नाइजीरियाई चिडी इजीअग्वा से रिमांड पर चल रही पूछताछ और निशानदेही पर की है। चिडी को एक बार फिर कोर्ट में पेश कर एक दिन की और पुलिस रिमांड ली गई है।
नोएडा में एक सप्ताह में दूसरी बड़ी ड्रग्स फैक्टरी का खुलासा किया। पुलिस ने मंगलवार को बीटा-दो थाना क्षेत्र की जज सोसाइटी पुलिस चौकी से 150 मीटर दूर मित्रा सोसाइटी के मकान में चल रही ड्रग्स फैक्टरी से लगभग 200 करोड़ कीमत का 30 किलो मैथाफीटामाइन (एमडीएमए) बरामद किया है।
तीन नाइजीरियाई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह कार्रवाई थीटा-दो सेक्टर से 16 मई की रात पकड़े गए नाइजीरियाई चिडी इजीअग्वा से रिमांड पर पूछताछ और निशानदेही पर की है। चिडी को एक बार फिर कोर्ट में पेश पेश किया। पुलिस ने 1 दिन की रिमांड लिया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ हर जगह तलाशी लेगी।
पुलिस ने 300 करोड़ की ड्रग्स बरामद की थी
16 मई को स्वाट टीम ने थीटा-दो सेक्टर स्थित डिपो मेट्रो स्टेशन के पास तीन मंजिल के मकान में चल रही अवैध फैक्टरी का खुलासा हुआ। पुलिस ने 300 करोड़ की ड्रग्स बरामद की थी। पुलिस ने यहां से दस नाइजीरियाई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से पहले चार आरोपियों को पांच दिन रिमांड पर लेकर पूछताछ की।चिडी के इशारे पर फैक्टरी का संचालन कर रहे थे। इस पर पुलिस ने चिडी को मंगलवार को एक दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की।
पुलिस ने पूछताछ शुरू की तभी आरोपी ने मित्रा सोसाइटी में उसके अन्य साथियों के ड्रग्स फैक्टरी संचालन की जानकारी फौरन दे दी। पुलिस आरोपी को लेकर सोसाइटी पहुंची और दबिश देकर तीन नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। वहां से ड्रग्स और कच्चा माल बरामद किया। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में कर रही है। आरबीटी में अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही है। पुलिस का मानना है कि इस मामले में अभी और गिरफ्तारी व बरामदगी का हो सकती है।
प्राधिकरण की टीम आई तो कर लिया दरवाजा बंद
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष ने बताया कि शिकायत पर एक बार ग्रेनो प्राधिकरण की टीम जांच के लिए सोसाइटी में पहुंची थी। लेकिन आरोपियों ने दरवाजा बंद कर लिया था। आरोपियों ने सत्यापन की जानकारी नहीं दी। विदेशी नागरिकों की संदिग्ध गतिविधियों की शिकायत पुलिस से भी की गई थी।
तीन विदेशियों को गिरफ्तार को गिरफ्तार किया
पड़ोसी भी संदिग्ध गतिविधियों से परेशान थी।
पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि पुलिस ने मंगलवार सुबह मकान को घेर लिया। सादा कपड़ों में पहुंची पुलिस ने मौके से तीन विदेशियों को गिरफ्तार कर काफी सामान बरामद किया है। मकान में जेनरेटर भी रखा हुआ है। पकड़े गए आरोपियों की गतिविधियां संदिग्ध थीं। शाम होने केेेे बाद अपराधी मकान में आते थे । इस संबंध में मकान मालिक को जानकारी देकर दूसरे किरायेदार रखने के लिए कहा गया था।
पुलिस जगह-जगह दबिश देगी जिससे
हो सकता है बड़ा खुलासा अरोपियों की निशानदेही पर पुलिस की टीमें ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि पुलिस अभी और गिरफ्तारी या बरामदगी कर बुधवार को बड़ा खुलासा कर सकती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी कच्चा माल मुहैया कराने वाले मुख्यारोपी वसंत कुंज में रहने वाले नाइजीरियाई माइकल और उसके अन्य साथियों की गिरफ्तारी का प्रयास चल रहा है।
आरडब्ल्यूए ने वर्ष 2018 से 2022 तक मकान मालिक को लिखे तीन पत्र
मित्रा सोसाइटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष धर्मेंद्र नागर ने बताया कि नाइजीरियाई आरोपी कई साल से मकान में रहकर संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त थे। इसकी जानकारी होने पर वर्ष 2018, 2019 और वर्ष 2022 में डाक से दिल्ली निवासी मकान मालिक ओंकारनाथ को पत्र भेजे थे। नागर ने बताया कि मालिक ने कई साल से मकान का मेंटेनेंस भी जमा नहीं किया है। ओंकारनाथ ने पत्र का कोई संज्ञान नहीं लिया और आरोपी मकान में रहकर ड्रग्स की फैक्टरी चलाते रहे। ओंकारनाथ ने मकान में चल रही हरकतों पर कोई एक्शन नहीं लिया।