केरल:- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को नई सौगात देने जा रहे हैं। वह देश की पहली वॉटर मेट्रो को हरी झंडी दिखाएंगे। यह प्रोजेक्ट अपने आप में बेहद खास है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इसे ड्रीम प्रोजेक्ट बताया है। यह प्रोजेक्ट करीब 1,136 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है। वॉटर मेट्रो कोच्चि और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ेगी। कोच्चि (kochi) व आस-पास के दस द्वीपों के बीच शुरू हो रही सेवा ऐसे शहरों के लिए बेहद उपयोगी मानी जा रही है, जहां पारंपरिक मेट्रो रेल में कई बाधाएं हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी तिरुवनंतपुरम में सेंट्रल स्टेडियम में 3200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
क्या होगी खासियत
कोच्चि में वॉटर मेट्रो (Water Metro) से सफर करना लोगों के लिए काफी किफायती है। वहीं ट्रैफिक की समस्या ना होने से लोगों का समय भी बचेगा। यात्रा के शुरुआती दौर में 75 किलोमीटर की दूरी कवर करेगा। लोगों को हर 15 मिनट में आवाजाही के लिए मेट्रो मिलेगी। फिलहाल कुल 78 इलेक्ट्रिक नौकाएं शामिल की गई हैं जिनकी संख्या जरूरत पड़ने पर आगे बढ़ाई भी जा सकेगी। शुरुआत में यह सुविधा लोगों को सिर्फ 12 घंटे मिलेगी। हर मेट्रो में 50 से 100 यात्री बैठ सकते हैं।
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित सभी नौकाएं हाइब्रिड और बैटरी चालित हैं। हालांकि, उनके पास डीजल से चलने वाले जनरेटर का बैकअप है। मेट्रो रेल के डिब्बों में उपलब्ध सभी यात्री सुविधाएं वोट्स पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा वोट जेटी को मेट्रो स्टेशनों के समान डिजाइन किया गया है। सभी जेटी में इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड होंगे। जब सेवाएं जोरों पर शुरू होंगी तो अंग्रेजी, हिंदी और मलयालम में घोषणाएं की जाएंगी। वातानुकूलित केबिनों वाली नावों में यात्रियों का प्रवेश और निकास महानगरों की तरह ही होगा।