क्यों करना चाहिए गोल्ड में निवेश?
सोने में वह सभी गुण हैं जो एक पारंपरिक निवेशक एक एसेट क्लास में देखता है. गोल्ड पर मिलने वाला निवेश हमेशा से महंगाई को हराने में कामयाब रहा है.दूसरे जीवन में इमरजेंसी कभी भी आ सकती है. इसलिए ऐसी इमरजेंसी के लिए आर्थिक रूप से तैयार रहना जरूरी है. आप इस मामले में अपने सोने के निवेश पर भरोसा कर सकते हैं क्योंकि यह बाजार में जल्दी से लिक्विड (बेच कर पैसा मिलना) हो जाता है.
जानें, तीन तरीकों के बारे में…
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1.फिजिकल गोल्ड खरीदना
फिजिकल गोल्ड खरीदने का एक विकल्प अपने पड़ोस का ज्वैलर है जिस पर आप विश्वास भी करें. गोल्ड ज्वेलरी खरीदने से पहले उसकी शुद्धता को ठीक से जांच लें.शुद्धता चेक करने के लिए हॉलमार्किंग सबसे आसान तरीका है. बीआईएस सोने के आभूषणों के लिए सर्टिफिकेशन और हॉलमार्किंग संस्था है. अगर आप सोने की ज्वेलरी बनवाएं तो इस पर 6% से 14% के बीच चार्ज लगता है. कुछ ज्वेलर्स इसके लिए फिक्स्ड मेकिंग चार्ज लेते हैं.
2. गोल्ड ETF में निवेश करना
आप गोल्ड ETF में भी निवेश कर सकते हैं. गोल्ड ईटीएफ एक ऐसा निवेश है जिसका इस्तेमाल छोटी और लंबी दोनों अवधियों के वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है. ईटीएफ जो सोने में निवेश करते हैं उनमें जोखिम नहीं होता और न ही स्टोरेज की आवश्यकता होती.
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3. गोल्ड बार में निवेश
गोल्ड बार यदि आप किसी मशहूर रिफाइनरी से गोल्ड बार खरीदते हैं, तो इसकी शुद्धता सबसे अधिक होगी. मगर आप खरीदारी के समय बार की रिफाइंमेंट के बारे में जरूर जानकारी लें. एमएमटीसी पीएएमपी और बैंगलोर रिफाइनरी भारत में सोने की दो रिफाइनरी हैं। 24 कैरेट सोने के मामले में 24 के 24 टुकड़े पूरी तरह से शुद्ध होते हैं. 24 कैरेट सोना सबसे प्योर सोना होता है, क्योंकि यह 100% सोना ही होता है और यह निवेश के लिए बढ़िया है. गोल्ड बार को खरीदने से पहले उस पर बीआईएस हॉलमार्क चेक करें.
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