वाशिंगटन(अमेरिका):- फ्लोरिडा के तट से लगभग 100 समुद्री मील (लगभग 185 किलोमीटर) दूर अटलांटिक महासागर में एक 600 फुट के मालवाहक जहाज में भीषण आग लग गई। जहाज पर 22 लोग सवार थे जिन्हें अमेरिकी तटरक्षक बल ने सुरक्षित बचा लिया है। घटना आज दोपहर की है जब ‘सीब्रीज’ नामक जहाज मियामी से पोर्ट ऑफ ह्यूस्टन की ओर जा रहा था।
अमेरिकी तटरक्षक बल के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें दोपहर करीब 12 बजे (स्थानीय समय) जहाज के कप्तान से संकट कॉल मिली। कप्तान ने बताया कि जहाज के इंजन कक्ष में आग लग गई थी और तेजी से फैल रही थी। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि आग एक यांत्रिक खराबी के कारण लगी होगी हालांकि विस्तृत जांच जारी है।
जैसे ही आग की खबर मिली, मियामी स्थित तटरक्षक बल स्टेशन से तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया। एक तेज गश्ती पोत ‘कटर सैवेज’ और एक हेलीकॉप्टर को घटनास्थल पर भेजा गया। मौके पर पहुंचने पर बचाव दल ने देखा कि जहाज के पिछले हिस्से से घना काला धुआँ निकल रहा था और आग की लपटें काफी ऊंची उठ रही थीं।
तटरक्षक बल के हेलीकॉप्टर ने सबसे पहले जहाज के ऊपर मंडराते हुए स्थिति का आकलन किया। जहाज पर सवार सभी 22 चालक दल के सदस्यों को बचाने के लिए त्वरित कार्रवाई की गई। हेलीकॉप्टर ने बारी-बारी से लोगों को जहाज से उठाया और उन्हें पास के तटरक्षक पोत पर सुरक्षित पहुंचाया। इस बचाव अभियान में लगभग दो घंटे का समय लगा।
बचाए गए सभी चालक दल के सदस्य सुरक्षित बताए जा रहे हैं हालांकि कुछ को धुएँ के संपर्क में आने के कारण हल्की साँस लेने में तकलीफ हुई है। उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है और उनकी हालत स्थिर है। उन्हें आगे की चिकित्सा जांच के लिए मियामी ले जाया जा रहा है।
तटरक्षक बल के प्रवक्ता कैप्टन जॉन स्मिथ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, “यह एक चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान था, लेकिन हमारे प्रशिक्षित कर्मियों ने अद्भुत काम किया। सभी 22 लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता थी और हम इसमें सफल रहे। हम उनकी त्वरित कार्रवाई और व्यावसायिकता के लिए उनके आभारी हैं।”
फिलहाल आग बुझाने का काम जारी है। कई टगबोट और अग्निशमन जहाज घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। जहाज से तेल रिसाव की संभावना को रोकने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। तटरक्षक बल ने आसपास के समुद्री यातायात को भी सतर्क कर दिया है और क्षेत्र को सुरक्षित कर दिया गया है।
यह अभी स्पष्ट नहीं है कि जहाज को किस बंदरगाह पर ले जाया जाएगा या उसकी मरम्मत कब तक हो पाएगी। घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है और आग के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ दल गठित किया गया है। समुद्री सुरक्षा अधिकारियों ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया है।