नई दिल्ली:- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने 21 दिनों में सबसे बड़ा एंटी-नक्सल ऑपरेशन पूरा किया है। इस ऑपरेशन में बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराया गया या उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया गया।
नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति
अमित शाह ने कहा कि सरकार नक्सलवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया हो जाएगा। शाह ने कहा कि सुरक्षा बलों की रणनीतिक कार्रवाई ने नक्सलियों को सीमित कर दिया है और अब वे अपने अंतिम चरण में हैं ।
सुरक्षा बलों की वीरता की सराहना
गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों की वीरता की सराहना की और कहा कि वे नक्सलवाद का नामोनिशान मिटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल के ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, बंकर और राशन सामग्री बरामद की गई।
नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में आत्मसमर्पण की बढ़ती दर
अमित शाह ने कहा कि पिछले तीन महीनों में 521 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो इस बात का संकेत है कि नक्सलवादी अपनी जमीन खो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो हथियार नहीं डालेंगे, उनसे सुरक्षा बल निपटेंगे।
कोबरा बटालियन की भूमिका
अमित शाह ने कोबरा बटालियन की भूमिका की सराहना की और कहा कि नक्सलवादी उनसे कांपते हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों के जवानों ने संसद पर हमला करने की नाकाम कोशिश की और देश की सुरक्षा में अपना बलिदान दिया।
सरकार की प्रतिबद्धता
अमित शाह ने कहा कि सरकार नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में प्रतिबद्ध है और इसे देश से पूरी तरह समाप्त करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को और मजबूत किया जाएगा और उन्हें नक्सलवाद के खिलाफ लड़ने के लिए सभी आवश्यक संसाधन प्रदान किए जाएंगे। गृह मंत्री अमित शाह की घोषणा से यह स्पष्ट होता है कि सरकार नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में गंभीर है और इसे देश से पूरी तरह समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। सुरक्षा बलों की वीरता और सरकार की प्रतिबद्धता के साथ, यह उम्मीद की जा सकती है कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में जल्द ही सफलता मिलेगी।