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ऑपरेशन सिंदूर: पीर पंजाल में भारतीय सेना का करारा वार, सात स्ट्राइक से आतंकी ढांचे ढहे

श्रीनगर :- जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई ने एक नया मोड़ लिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पीर पंजाल रेंज में स्थित नियंत्रण रेखा (LoC) के पास कई संदिग्ध आतंकी ठिकानों पर सटीक और योजनाबद्ध कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन के दौरान कुल नौ हमले किए गए, जिनमें से सात स्ट्राइक पूरी तरह सफल मानी गईं और कई आतंकी अड्डों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।

रणनीतिक ऑपरेशन की गूंज

सूत्रों के मुताबिक, यह ऑपरेशन खुफिया जानकारी पर आधारित था और इसका लक्ष्य था — घुसपैठ की कोशिशों को रोकना, आतंकी लॉन्च पैड्स को नष्ट करना और आतंकियों की कमर तोड़ना। पीर पंजाल क्षेत्र में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की गतिविधियां लंबे समय से भारत की सुरक्षा के लिए चुनौती बनी हुई थीं। भारतीय सेना ने इस बार इन्हें जड़ से समाप्त करने की ठान ली थी।

सात हमलों में भारी तबाही

सेना की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, इन सात सफल स्ट्राइक्स में आतंकी संगठनों के कम से कम चार प्रमुख लॉन्च पैड, हथियारों के डिपो और छिपने के सुरक्षित ठिकाने नष्ट किए गए। इन हमलों से न केवल आतंकियों को भारी नुकसान हुआ है बल्कि उनके नेटवर्क और योजना बनाने की क्षमता पर भी गहरा असर पड़ा है।

तकनीक और रणनीति का मेल

ऑपरेशन सिंदूर की खास बात यह रही कि इसमें आधुनिक निगरानी तकनीक, ड्रोन सिस्टम और रियल टाइम इंटेलिजेंस का जबरदस्त उपयोग किया गया। सेना ने पहले ड्रोन से टारगेट की पहचान की, फिर सीमित लेकिन अत्यधिक प्रभावशाली हथियारों से सर्जिकल स्ट्राइक्स की तरह हमले किए।

सेना का बयान

भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि “ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ हमारी ‘नो टॉलरेंस’ नीति का हिस्सा है। हमारा मकसद सिर्फ जवाब देना नहीं, बल्कि उनके नेटवर्क को हमेशा के लिए ध्वस्त करना है।” सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि इन हमलों में किसी भी नागरिक या स्थानीय ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।

पाकिस्तान को सख्त संदेश

इस ऑपरेशन से एक बार फिर पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश गया है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के मामले में किसी भी स्तर तक जा सकता है। यह सिर्फ सैन्य अभियान नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति की दृढ़ता का परिचायक है।

ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की रणनीतिक कुशलता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी अडिग प्रतिबद्धता का उदाहरण है। पीर पंजाल की पहाड़ियों में गूंजते इन हमलों ने साफ कर दिया है कि अब आतंकियों और उनके संरक्षकों को बख्शा नहीं जाएगा। भारत की सेना न केवल सीमा की रक्षा कर रही है, बल्कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में निर्णायक कदम उठा रही है।

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