नई दिल्ली:- भारत ने ऑप सिंदूर के तहत वैश्विक आउटरीच अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर के देशों को पाकिस्तान के आतंकवाद से जुड़े मुद्दों से अवगत कराना है। इस अभियान के तहत, सात प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों में जाएंगे और वहां के सांसदों, मंत्रियों, सरकारी अधिकारियों और थिंक टैंक के साथ मुलाकात करेंगे।
दो प्रतिनिधिमंडलों की शुरुआत
दो प्रतिनिधिमंडल आज अपने गंतव्य स्थानों के लिए रवाना होंगे। पहला प्रतिनिधिमंडल जेडीयू सांसद संजय झा के नेतृत्व में इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, जापान और सिंगापुर का दौरा करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृज लाल, हेमांग जोशी और प्रदन बरुआ, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, सीपीएम के जॉन ब्रिटास, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और पूर्व राजनयिक मोहन कुमार शामिल हैं।
दूसरा प्रतिनिधिमंडल शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में यूएई, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, सिएरा लियोन और लाइबेरिया का दौरा करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद बंसीलाल स्वराज, अतुल गर्ग, मनन कुमार मिश्रा, पूर्व सांसद एसएस अहलूवालिया, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के ईटी मोहम्मद बशीर, बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा और पूर्व राजनयिक सुजन चिनॉय शामिल हैं।
ऑप सिंदूर का उद्देश्य
ऑप सिंदूर का उद्देश्य दुनिया भर के देशों को यह बताना है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ है और इसके लिए वह किसी भी तरह की समझौता नहीं करेगा। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य विभिन्न देशों के नेताओं से मुलाकात कर भारत के रुख को स्पष्ट करेंगे और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश देंगे।
पाकिस्तान के आतंकवाद के मुद्दे पर
भारत ने हमेशा से ही पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। ऑप सिंदूर के तहत, भारत दुनिया भर के देशों को इस मुद्दे पर जागरूक करना चाहता है और पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश देना चाहता है।
विदेश सचिव की ब्रीफिंग
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने तीन प्रतिनिधिमंडलों को ब्रीफ किया और उन्हें बताया कि वे दुनिया भर के देशों को भारत के रुख से अवगत कराएं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दें। उन्होंने कहा कि भारत शांति पसंद देश है, लेकिन अगर कोई हमला करता है तो हम जवाब देने में सक्षम हैं।
ऑप सिंदूर का महत्व
ऑप सिंदूर भारत की विदेश नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर के देशों के साथ संबंधों को मजबूत करना और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश देना है। इस अभियान के तहत, भारत दुनिया भर के देशों को अपने रुख से अवगत कराएगा और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश देगाl