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मेटा ने न्यायाधीश से FTC के एकाधिकार मामले को खारिज करने का अनुरोध किया

मुंबई(महाराष्ट्र):- फेसबुक की मूल कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स ने अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) द्वारा दायर एकाधिकार मामले को खारिज करने के लिए एक संघीय न्यायाधीश से अनुरोध किया है। मेटा का दावा है कि FTC ने अपने मामले को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दिए हैं।
मामले की पृष्ठभूमि
यह मामला FTC द्वारा मेटा पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में एकाधिकार का आरोप लगाने के बाद शुरू हुआ था। FTC का आरोप है कि मेटा ने इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के अधिग्रहण के माध्यम से अवैध रूप से बाजार पर अपना प्रभुत्व स्थापित किया। FTC ने इन सौदों को रद्द करने की मांग की है, जो एक दशक से अधिक समय पहले हुए थे। ¹
मेटा की दलील
मेटा ने अपने अनुरोध में कहा है कि FTC ने अपने आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दिए हैं। मेटा का तर्क है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बीच प्रतिस्पर्धा है, और उपयोगकर्ता विभिन्न प्लेटफार्मों पर अपना समय और ध्यान बिताने के लिए स्वतंत्र हैं। मेटा ने यह भी कहा है कि उसके प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए लगातार नवाचार और सुधार कर रहे हैं।
न्यायाधीश का निर्णय
अमेरिकी जिला न्यायाधीश जेम्स बोसबर्ग मेटा के अनुरोध पर निर्णय लेंगे। यदि न्यायाधीश मेटा के अनुरोध को स्वीकार करते हैं, तो मामला जल्दी समाप्त हो सकता है। हालांकि, यदि न्यायाधीश मेटा के अनुरोध को अस्वीकार करते हैं, तो FTC और मेटा को अपने अंतिम तर्क प्रस्तुत करने और मामले को आगे बढ़ाने के लिए कहा जाएगा।
मामले का महत्व
यह मामला महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बीच प्रतिस्पर्धा और एकाधिकार के मुद्दों पर केंद्रित है। यदि मेटा को एकाधिकार का दोषी पाया जाता है, तो इसके परिणामस्वरूप कंपनी को अपने व्यवसाय के तरीके में बदलाव करने के लिए मजबूर किया जा सकता है। मेटा का FTC के एकाधिकार मामले को खारिज करने का अनुरोध एक महत्वपूर्ण विकास है। न्यायाधीश का निर्णय मामले के परिणाम को निर्धारित करेगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है।

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