पूर्णिया (बिहार):- बिहार के पूर्णिया जिले के एक साधारण परिवार में जन्मे एयर मार्शल ए.के. भारती आज देश की वायुसेना के शीर्ष अधिकारियों में गिने जाते हैं। हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद जब उनके योगदान की चर्चा चारों ओर होने लगी, तो उनके पिता जीवछ लाल यादव का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “जब से मुझे पता चला है कि मेरे बेटे ने इस ऐतिहासिक ऑपरेशन में बड़ी भूमिका निभाई है, मेरी नींद उड़ गई है—but खुशी के मारे।”
एक साधारण पिता का असाधारण गौरव
जीवछ लाल यादव, जो अब 75 वर्ष के हैं, आज भी पूर्णिया के अपने गांव में रहते हैं। खेती-किसानी और सादगी से भरा जीवन जीने वाले यादव जी कहते हैं, “बचपन से ही एके पढ़ाई में तेज था, लेकिन देश के लिए कुछ करने का जज्बा उसमें हमेशा दिखता था। हमें तो अंदाजा भी नहीं था कि वह एक दिन इस ऊंचाई तक पहुंचेगा।”
उन्होंने बताया कि जब टीवी पर ऑपरेशन सिंदूर की खबरें आईं और उसमें एयर मार्शल भारती का नाम लिया गया, तो पूरा गांव उत्साह में झूम उठा। आसपास के लोग उन्हें बधाइयां देने उनके घर पहुंचने लगे। “मुझे तो लगता है जैसे पूरा गांव मेरा परिवार बन गया है,” यादव जी मुस्कराते हुए बोले।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारती की अहम भूमिका
एयर ऑपरेशंस के महानिदेशक के रूप में एयर मार्शल ए.के. भारती ने इस ऑपरेशन की रणनीति, निगरानी और समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को देश के हालिया सबसे सफल सैन्य अभियानों में से एक माना जा रहा है, जिसमें भारतीय वायुसेना ने अद्वितीय साहस और सटीकता का परिचय दिया।
गांव में जश्न का माहौल
पूर्णिया का वह गांव, जो सामान्यतः शांत रहता है, आजकल चर्चा का केंद्र बना हुआ है। गांव के स्कूल में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने एयर मार्शल भारती को अपना आदर्श बताया। ग्राम प्रधान ने गांव की ओर से एक सम्मान समारोह आयोजित करने की भी घोषणा की है।
यादव जी का संदेश युवाओं को
जीवछ लाल यादव ने देश के युवाओं को संदेश देते हुए कहा, “हर कोई किसी न किसी रूप में देश सेवा कर सकता है। जरूरी नहीं कि आप वर्दी पहनें, लेकिन जो भी काम करें, उसमें ईमानदारी और समर्पण हो। मेरा बेटा आज बड़े मुकाम पर है।