नई दिल्ली:- भारतीय नौसेना ने हाल ही में ऑपरेशन सिंधूर के दौरान अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया, जिसमें आईएनएस विक्रांत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस ऑपरेशन के दौरान, भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया, जिससे पाकिस्तान को अपनी सीमाओं के भीतर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा।
क्या है ऑपरेशन सिंधूर?
ऑपरेशन सिंधूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाया गया एक संयुक्त अभियान था, जिसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाना था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से भाग लिया था।
आईएनएस विक्रांत की भूमिका
आईएनएस विक्रांत, भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत, इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसे अरब सागर में तैनात किया गया था, जिससे पाकिस्तान की नौसेना को अपनी सीमाओं के भीतर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। आईएनएस विक्रांत की तैनाती ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।
नौसेना की शक्ति प्रदर्शन
भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन सिंधूर के दौरान अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। नौसेना ने अरब सागर में अपने युद्धपोतों, पनडुब्बियों और विमानों को तैनात किया, जिससे पाकिस्तान की नौसेना को अपनी सीमाओं के भीतर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। नौसेना की इस तैनाती ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंधूर के दौरान अपनी नौसेना को अरब सागर में तैनात नहीं किया। पाकिस्तान की नौसेना ने अपनी रक्षात्मक स्थिति में रहने का फैसला किया, जिससे यह पता चलता है कि पाकिस्तान भारतीय नौसेना की शक्ति के सामने खड़ा नहीं हो सकता है।
ऑपरेशन सिंधूर में आईएनएस विक्रांत की भूमिका ने भारतीय नौसेना की शक्ति का प्रदर्शन किया। इस ऑपरेशन ने दिखाया कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है। आईएनएस विक्रांत की तैनाती ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।
आईएनएस विक्रांत के बारे में
– आईएनएस विक्रांत भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है।
– इसकी लंबाई 262 मीटर और चौड़ाई 62 मीटर है।
– यह 14 डेकों वाला युद्धपोत है।
– आईएनएस विक्रांत 2 सितंबर 2022 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
– इसकी अधिकतम गति 28 समुद्री मील है।
– यह 30 से अधिक विमानों को ले जा सकता है, जिनमें मिग-29K लड़ाकू विमान और कामोव हेलीकॉप्टर शामिल हैं।
आईएनएस विक्रांत की तैनाती ने भारतीय नौसेना की शक्ति का प्रदर्शन किया और पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।