कोयंबटूर :- तमिलनाडु के बहुचर्चित पोलाची दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग केस में आखिरकार 6 साल बाद न्याय की गूंज सुनाई दी है। कोयंबटूर की विशेष महिला अदालत ने सोमवार को इस केस में फैसला सुनाते हुए सभी 9 आरोपियों को दोषी करार दिया है। इस ऐतिहासिक फैसले को पीड़िता और उसके परिवार के लिए न्याय की दिशा में एक बड़ी जीत माना जा रहा है।
क्या था मामला?
पोलाची मामला वर्ष 2019 में सामने आया था जब एक युवती ने आरोप लगाया था कि कुछ युवकों ने पहले उससे दोस्ती की, फिर उसे ब्लैकमेल कर कई बार शारीरिक शोषण किया। इस मामले की जांच में सामने आया कि यह एक सुनियोजित गिरोह था, जो लड़कियों को पहले सोशल मीडिया के जरिए फंसाता और फिर आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था।
जांच में यह भी सामने आया कि इस गिरोह ने करीब 50 से ज्यादा महिलाओं को अपना शिकार बनाया था। इस खुलासे ने तमिलनाडु समेत पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। राज्य भर में विरोध-प्रदर्शन हुए और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठी।