लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। मई के दूसरे सप्ताह में सूरज की तपिश ने आम जनजीवन को बेहाल कर दिया है। राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कई जिलों में पारा लगातार चढ़ता जा रहा है, जिससे गर्मी से राहत की उम्मीद फिलहाल नजर नहीं आ रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी चार दिनों के लिए राज्य के प्रमुख इलाकों में लू की चेतावनी जारी की है।
लखनऊ, झांसी, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर और फतेहपुर जैसे जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है। कहीं-कहीं यह 43 डिग्री तक भी पहुँचने की संभावना है। इससे लोगों को तेज धूप, झुलसाने वाली गर्म हवा और हीटवेव जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
क्या है लू और इससे कैसे बचें?
लू उस स्थिति को कहते हैं जब अधिकतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर चला जाता है और हवा में नमी की कमी के साथ गर्म हवाएं चलने लगती हैं। यह विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच अधिक खतरनाक होती है। ऐसी स्थिति में सिरदर्द, चक्कर, उल्टी, डिहाइड्रेशन और यहां तक कि हीट स्ट्रोक का खतरा भी बना रहता है।
बुजुर्गों और बच्चों के लिए विशेष सावधानी जरूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, बुजुर्गों, बच्चों और हृदय या श्वास संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। ऐसे लोगों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए और पर्याप्त मात्रा में पानी, नींबू पानी, ओआरएस जैसी तरल चीजों का सेवन करते रहना चाहिए।
स्कूलों और कार्यस्थलों पर भी असर
प्रचंड गर्मी का असर अब स्कूलों पर भी दिखाई देने लगा है। कुछ जिलों में बच्चों के लिए समय बदला गया है तो कहीं दोपहर की छुट्टियाँ घोषित कर दी गई हैं। वहीं कार्यालयों और निर्माण स्थलों पर काम करने वाले मजदूरों के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं ताकि वे लू से प्रभावित न हों।
मौसम विभाग की सलाह
IMD ने लोगों को दोपहर के समय छांव में रहने, हल्के रंग के सूती कपड़े पहनने, सिर को टोपी या गमछे से ढककर रखने और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी है। इसके साथ ही वाहनों में बच्चों और पालतू जानवरों को अकेला छोड़ने से मना किया गया है, क्योंकि अंदर का तापमान बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है।