नई दिल्ली:- भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने 24 हवाई अड्डों को बंद करने की अवधि को बढ़ाकर 14 मई तक कर दिया है। यह फैसला दोनों देशों के बीच हालिया तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए लिया गया है।
किन हवाई अड्डों को बंद किया गया है?
इन 24 हवाई अड्डों में शामिल हैं:
– उत्तर भारत के प्रमुख हवाई अड्डे
– चंडीगढ़
– श्रीनगर
– अमृतसर
– लुधियाना
– पठानकोट
– जम्मू
– राजस्थान के हवाई अड्डे
– जैसलमेर
– जोधपुर
– बीकानेर
– हिमाचल प्रदेश के हवाई अड्डे
– भुंतर
– कांगड़ा
– शिमला
– गुजरात के हवाई अड्डे
– मुंद्रा
– जामनगर
– हिरासर
– पोरबंदर
– केशोद
– कंडला
– भुज
क्या है तनाव का कारण?
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की वजह पाकिस्तान द्वारा भारतीय क्षेत्र में ड्रोन और मिसाइल हमले हैं। हाल ही में पाकिस्तान ने 300-400 तुर्की निर्मित ड्रोन का उपयोग करके भारत पर हमला किया था जिसके बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की।
हवाई यात्रियों के लिए क्या हैं नए सुरक्षा उपाय?
ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी ने सभी हवाई अड्डों पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का निर्देश दिया है। इनमें शामिल हैं:
– बोर्डिंग गेट पर सेकेंडरी लैडर पॉइंट चेक
– टर्मिनल बिल्डिंग में आगंतुकों का प्रवेश प्रतिबंधित
– एयर मार्शल की तैनाती
– लंबे सुरक्षा जांच समय
एयरलाइनों की सलाह
एयरलाइनों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी उड़ान से कम से कम तीन घंटे पहले हवाई अड्डे पर पहुंचें। इसके अलावा यात्रियों को अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करने के लिए एयरलाइन की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
भारत-पाकिस्तान तनाव का असर
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का असर न केवल हवाई यात्रा पर पड़ रहा है, बल्कि इससे वैश्विक विमानन उद्योग भी प्रभावित हो रहा है। पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के बंद होने से भारतीय विमान कंपनियों को अपनी उड़ानों को रूट बदलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है जिससे उनकी लागत बढ़ रही है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है और इसके कारण हवाई यात्रा और वैश्विक विमानन उद्योग पर प्रभाव पड़ रहा है। सरकार और एयरलाइनों ने सुरक्षा उपायों को बढ़ाने और यात्रियों को सुविधा प्रदान करने के लिए कदम उठाए हैं।