नई दिल्ली:- पाकिस्तान ने हाल ही में भारत के खिलाफ ड्रोन हमले किए, जिसमें नागरिक विमानों का ढाल के रूप में उपयोग किया गया। यह जानकारी हाल ही में सामने आई है और इसे लेकर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है।
पाकिस्तान की चाल
पाकिस्तान ने अपने ड्रोन हमलों को नागरिक विमानों के पीछे छिपाकर किया जिससे अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में खतरा बढ़ गया। इससे न केवल भारत की सुरक्षा को खतरा हुआ बल्कि अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा भी प्रभावित हुई।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने पाकिस्तान की इस चाल की कड़ी निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन बताया है। भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वह अपने देश से संचालित होने वाले ड्रोन हमलों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी पाकिस्तान की इस चाल की निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। संयुक्त राष्ट्र ने भी पाकिस्तान से कहा है कि वह अपने देश से संचालित होने वाले ड्रोन हमलों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। पाकिस्तान की इस चाल से न केवल भारत की सुरक्षा को खतरा हुआ है बल्कि अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा भी प्रभावित हुई है। भारत सरकार ने पाकिस्तान की इस चाल की कड़ी निंदा की है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इसकी निंदा की है। अब देखना यह है कि पाकिस्तान अपनी इस चाल को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।
ड्रोन हमले की जांच
भारत सरकार ने ड्रोन हमले की जांच शुरू कर दी है और इसके पीछे के लोगों को पकड़ने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ड्रोन हमले के पीछे कौन लोग हैं और उनका उद्देश्य क्या था।
सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका
सुरक्षा एजेंसियों ने ड्रोन हमले को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने ड्रोन हमले के रूट को ट्रैक करने की कोशिश की और हमलावरों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। सुरक्षा एजेंसियों की इस कार्रवाई से ड्रोन हमले को रोकने में मदद मिली है।
आगे की कार्रवाई
अब आगे की कार्रवाई में पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश की जाएगी कि वह अपने देश से संचालित होने वाले ड्रोन हमलों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। इसके लिए भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करेगी और पाकिस्तान को उसकी जिम्मेदारी का एहसास कराएगी l