शुरुआत से पाकिस्तानी नेताओं और हुक्मरान जंग की धमकी देते रहे हैं। खैर भारत अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर चलकर पाकिस्तान के भीतर भी आतंकवादियों को मार रहा है। हालिया ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरी दुनिया को भी भारत ने मैसेज दे दिया है कि वो आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति पर अड़िग है। खैर, भारत की हालिया स्ट्र्राइक को लेकर कुछ मुस्लिम देश सामने आए हैं, जो अपनी बात रख रहे हैं।
पाकिस्तान जिन आतंकवादियों को पाल रहा था, भारत ने अपने 25 मिनट के ऑपरेशन में सैकड़ों को जहन्नम पहुंचा दिया। इससे भारत और पाकिस्तान में तनाव बढ़ा है। हालांकि मुस्लिम देश कतर और यूएई का कहना है कि दोनों देशों को सैन्य तनाव से बचना चाहिए। संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधान मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने “संयम” का आह्वान किया और सैन्य वृद्धि से बचने का आग्रह किया।
कतर ने कहा है कि वो भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को लेकर बहुत चिंतित है और उसने राजनयिक माध्यमों से संकट को सुलझाने का आह्वान किया है। शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव पर दोहा की चिंता व्यक्त की। कतर के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर कहा कि ‘शेख मोहम्मद, जो खाड़ी राज्य के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री हैं, ने बातचीत और शांतिपूर्ण तरीकों से एक ठोस समाधान खोजने में मदद करने के लिए दोहा की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग और इसे मजबूत करने और विस्तारित करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने भारत गणराज्य और इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के बीच चल रहे संकट में नवीनतम घटनाक्रमों और कूटनीतिक माध्यमों से इसे हल करने के तरीकों पर भी चर्चा की।’