Dastak Hindustan

इलॉन मस्क की न्यूरालिंक 2025 तक पहले मानव में ‘ब्लाइंडसाइट’ चिप लगाएगी

वाशिंगटन (अमेरिका):- इलॉन मस्क की न्यूरोटेक्नोलॉजी कंपनी, न्यूरालिंक, ने घोषणा की है कि वह 2025 तक पहले मानव में ‘ब्लाइंडसाइट’ चिप लगाएगी यह चिप दृष्टिहीन लोगों को कम रिज़ॉल्यूशन में देखने में मदद करेगी न्यूरालिंक के सीईओ, इलॉन मस्क ने कहा है कि यह चिप दृष्टिहीन लोगों को कम रिज़ॉल्यूशन में देखने में मदद करेगी जो कि 8-बिट ग्राफिक्स के समान होगी  उन्होंने कहा है कि यह चिप भविष्य में दृष्टिहीन लोगों को सुपरह्यूमन विजन प्रदान करेगी।

न्यूरालिंक ने पहले ही इस चिप का परीक्षण बंदरों पर किया है और यह सफल रहा है। कंपनी ने कहा है कि यह चिप दृष्टिहीन लोगों को कम रिज़ॉल्यूशन में देखने में मदद करेगी और भविष्य में यह चिप दृष्टिहीन लोगों को सुपरह्यूमन विजन प्रदान करेगी। न्यूरालिंक की यह परियोजना दृष्टिहीन लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। कंपनी ने कहा है कि यह चिप दृष्टिहीन लोगों को कम रिज़ॉल्यूशन में देखने में मदद करेगी और भविष्य में यह चिप दृष्टिहीन लोगों को सुपरह्यूमन विजन प्रदान करेगी। न्यूरालिंक की यह परियोजना न केवल दृष्टिहीन लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है बल्कि यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत भी कर सकती है।

न्यूरालिंक के बारे में

न्यूरालिंक एक अमेरिकी न्यूरोटेक्नोलॉजी कंपनी है जो मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरफेस (बीसीआई) विकसित करने पर काम कर रही है। यह कंपनी इलॉन मस्क द्वारा स्थापित की गई थी और इसका मुख्यालय फ्रेमोंट, कैलिफोर्निया में है।

न्यूरालिंक की परियोजनाएं

न्यूरालिंक कई परियोजनाओं पर काम कर रही है जिनमें से एक ‘ब्लाइंडसाइट’ चिप है यह चिप दृष्टिहीन लोगों को कम रिज़ॉल्यूशन में देखने में मदद करेगी।

न्यूरालिंक की अन्य परियोजनाओं में शामिल हैं:

टेलीपैथी: यह एक मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरफेस है जो लोगों को अपने विचारों को कंप्यूटर में भेजने में मदद करेगा ।

टेलीकाइनेसिस: यह एक मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरफेस है जो लोगों को अपने विचारों को कंप्यूटर में भेजने में मदद करेगा।

शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *