रांची (झारखंड) : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सदस्यों ने सोमवार को झारखंड विधानसभा में डॉ. भीमराव अंबेडकर और जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर रांची की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा के नेतृत्व में निकाले गए इस मार्च में सैकड़ों समर्थक शामिल हुए और राज्य की प्रमुख समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया गया।
राजा ने कहा कि 2000 में झारखंड के गठन के 20 साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद विधानसभा अंबेडकर और मुंडा को सम्मान देने में विफल रही है। उन्होंने कॉरपोरेट घरानों पर झारखंड के विशाल संसाधनों को कच्चे माल में डुबोने का आरोप लगाया जबकि इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार समान रूप से जिम्मेदार हैं।
प्रदर्शनकारियों ने भूमि बैंक, अनुसूचित जाति आयोग और विस्थापन आयोग को रद्द करने और रोजगार और विस्थापन के लिए नीतियों सहित कई मांगों की लंबी सूची मांगी। उन्होंने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन 26,000 रुपये करने की भी मांग की।
सुरक्षा एजेंसियों ने रैली को विधानसभा के पास पहुंचने से रोक दिया लेकिन विरोध की आवाजें कम नहीं हुईं। अन्य लोगों ने झारखंड के राज्य के लिए लड़ने वालों के लिए 50,000 रुपये मासिक पेंशन की मांग की।