नागपुर (महाराष्ट्र) : पुलिस ने फहीम खान और पांच अन्य पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया। उन पर सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया गया। अशांति के दौरान फैले भ्रामक वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट को तनाव को और बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है और साइबर अपराध विभाग ने घटनाओं से संबंधित 230 से अधिक प्रोफाइल को निष्क्रिय करने के लिए फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्मों की सहायता मांगी है।
इस फिल्म का नाम छावा है जिसमें औरंगजेब द्वारा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे छत्रपति संभाजी महाराज को फांसी दिए जाने को दर्शाया गया है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी जैसे कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि फिल्म सांप्रदायिक है जबकि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जैसे अन्य लोगों का कहना है कि इसमें केवल ऐतिहासिक तथ्यों को दिखाया गया है।
लगभग उसी समय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र के चारों ओर टिन की चादरें खड़ी कर दी हैं जहाँ दक्षिणपंथी समूह चाहते हैं कि इसे हटा दिया जाए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा की निंदा की और एकता का आह्वान किया। महाराष्ट्र साइबर अधिकारियों ने लगभग 140 पोस्ट का पता लगाया है जो हिंसा भड़काने वाली हो सकती हैं और जाँच चल रही है। अधिकारी लोगों को ऑनलाइन पोस्ट करने से पहले जानकारी की सच्चाई जाँचने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।