श्रीनगर (जम्मू कश्मीर) : अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की कोशिशें लगातार बढ़ रही हैं इसलिए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल 50 से ज़्यादा हथियारबंद आतंकवादी भारत में घुस आए हैं और माना जा रहा है कि वे पीर पंजाल रेंज में अपना ठिकाना बना रहे हैं। इनमें से ज़्यादातर घुसपैठिए लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े हैं और विदेशी आतंकवादियों की संख्या अब स्थानीय आतंकवादियों से पाँच गुना ज़्यादा है।
पिछले महीने हाल ही में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के एक समूह ने राजौरी के सुंदरबनी इलाके में तैनात सेना के गश्ती वाहन पर गोलीबारी की थी और खुफिया जानकारी से पता चलता है कि आने वाले महीनों में इस तरह की कोशिशें बढ़ सकती हैं।
केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक के दौरान बढ़ते खतरे पर चर्चा हुई। जवाबी कार्रवाई में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को जम्मू में 12 स्थानों पर छापेमारी करते हुए एक बड़ी कार्रवाई की। उनका ध्यान संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) पर था जो आतंकवादियों को भारत में घुसने और स्लीपर सेल स्थापित करने में मदद कर रहे थे।