प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने दावा किया कि पवित्र तीर्थयात्रा के लिए गए लगभग 1,000 हिंदू तीर्थयात्री लापता हैं और आज तक उनका पता नहीं चल पाया है।
संसद के बाहर यादव ने इस आयोजन और इसके प्रबंधन के तरीके की आलोचना की और केंद्र द्वारा कुंभ को दिए गए बजट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि श्रद्धालुओं को राज्य की सीमाओं पर रोक दिया जाएगा और पवित्र स्नान की अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि सुरक्षा अधिकारी ‘क्षमता संबंधी मुद्दों‘ का हवाला देंगे। उन्होंने सरकार पर अपने लापता प्रियजनों की तलाश कर रहे परिवारों द्वारा लगाए गए पोस्टर फाड़ने का भी आरोप लगाया।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार को इन लापता श्रद्धालुओं का पता लगाने और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए। उन्होंने बजट के बारे में पारदर्शिता और अगले धार्मिक समारोहों के लिए बेहतर योजना बनाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ को “भारत के इतिहास में एक निर्णायक क्षण” बताया, इसे एकता और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक बताया। लेकिन यादव द्वारा किए गए दावों के बाद आयोजन के आयोजन और सुरक्षा के बारे में सवाल अब प्राथमिकता बन गए हैं और कई लोग जवाब मांग रहे हैं।