कैडिज़ (स्पेन) : स्पेन के कैडिज़ में रहने वाले एक सिविल सेवक जोआक्विन गार्सिया के साथ कुछ ऐसा हुआ जिनकी उल्लेखनीय अनुपस्थिति का पता 2010 में चला। वह छह साल तक काम पर नहीं गया लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया और पूरा वेतन लेते रहा जब तक कि उसको अपनी “समर्पित सेवा” के लिए पुरस्कार नहीं मिला।
श्री गार्सिया एक नगरपालिका जल कंपनी के प्लांट सुपरवाइजर थे जिन्होंने 1990 में काम शुरू किया था। नौकरशाही की गड़बड़ी के कारण दो विभागों को लगा कि दूसरा विभाग उन पर नज़र रख रहा है, वे वास्तव में कभी नहीं आए। लेकिन उनका वेतन $41,500 प्रति वर्ष (₹36 लाख) आना जारी रहा।
अधिकारियों ने उन्हें 20 साल की सेवा के लिए एक पट्टिका से सम्मानित करने की योजना बनाई और सच्चाई सामने आ गई। डिप्टी मेयर जॉर्ज ब्लास फर्नांडीज यह जानकर हैरान रह गए कि जब वे गार्सिया को खोजने गए थे तो सालों से किसी ने उन्हें नहीं देखा था!
गार्सिया के पास कोई खास स्पष्टीकरण नहीं था हालांकि बाद में उनके वकील ने कहा कि वे कार्यस्थल पर बदमाशी का शिकार थे। काम करने के बजाय उन्होंने कथित तौर पर अपना समय दर्शनशास्त्र पढ़ने में बिताया।
एक अदालत ने उन्हें $30,000 (₹25 लाख) का भुगतान करने का आदेश दिया जो कि एक साल का टेक-होम वेतन है।