नई दिल्ली : लोकसभा में एक गेम-चेंजिंग डेवलपमेंट- संसदीय कार्यवाही में क्रांति लाने के लिए AI टूल का इस्तेमाल किया जा रहा है। कुछ ही महीनों में सांसद वास्तविक समय में AI-संचालित व्याख्या और बहस की ट्रांसक्रिप्शन का आनंद ले सकेंगे। बड़ी संख्या में भाषाओं में जिससे चर्चा पहले से कहीं अधिक सुलभ हो जाएगी।
लोकसभा सचिवालय ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में संसद AI विकसित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MEITY) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। संसद भाषानी नामक पहल, बहुभाषी समर्थन में सुधार करने और संसद के सुचारू संचालन के लिए इस प्रयास का हिस्सा है।
यहाँ क्या आने वाला है:
✅ एमपी चैटबॉट – एमपी रिकॉर्ड के पन्नों को छानने के बजाय हमारे नियमों, प्रक्रियाओं और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जल्दी से खोज सकता है।
✅ भाषण की पाठ में व्याख्या – भारतीय भाषाओं में रिकॉर्ड में सटीकता की सुविधा के लिए बहस को लाइव ट्रांसक्राइब किया जाएगा।
✅ एआई द्वारा समर्थित लिप्यंतरण – संसदीय दस्तावेज, समिति की बैठक और बहस को समावेशिता का समर्थन करने वाली क्षेत्रीय भाषाओं में रिकॉर्ड किया जाएगा।
✅ स्वचालित सारांश – निर्णय लेने में तेजी लाने के लिए लंबी बातचीत को आसुत किया जाएगा
यह एक गेम चेंजर है : मंत्री अश्विनी वैष्णव जो शासन को अद्यतित करेगा और पारदर्शिता में सुधार करेगा।