नई दिल्ली:- भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले शुक्रवार को 26 पैसे मजबूत होकर 86.55 पर पहुंच गया। यह रुपये की हाल के दिनों में डॉलर के मुकाबले सबसे बड़ी रिकवरी है।
विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव
विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण रुपया पिछले कुछ दिनों से डॉलर के मुकाबले कमजोर हो रहा था। लेकिन शुक्रवार को रुपये में मजबूती आई और यह 26 पैसे मजबूत होकर 86.55 पर पहुंच गया l
विश्लेषकों की राय
विश्लेषकों का कहना है कि रुपये में मजबूती का कारण विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय शेयर बाजार में निवेश में वृद्धि है। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं में मजबूती भी रुपये को मजबूत बनाने में मदद कर रही।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
रुपये की मजबूती का भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे आयात महंगा होने से बचेगा और निर्यातकों को फायदा होगा। इसके अलावा रुपये की मजबूती से विदेशी निवेशकों का विश्वास भी बढ़ेगा। रुपया 26 पैसे मजबूत होकर 86.55 पर पहुंच गया जो डॉलर के मुकाबले रिकवरी का संकेत है। विश्लेषकों का कहना है कि विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय शेयर बाजार में निवेश में वृद्धि और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं में मजबूती के कारण रुपये में मजबूती आई है।