बेंगलुरु (कर्नाटक) : भारत का अंतरिक्ष अन्वेषण ग्राफ ऊंचा है और ऊपर की ओर बढ़ रहा है। इसरो प्रमुख वी नारायणन के अनुसार चंद्रयान-5, 250 किलोग्राम का रोवर लेकर चंद्रमा पर जाएगा जो इसरो को गेम-चेंजर मिशन के लिए तैयार करेगा जिन्होंने 2023 तक के हमारे डेटा में 20 अक्टूबर, 2022 को राउंड 5 की खबर की पुष्टि की है। हालाँकि इससे भी अधिक, यह मिशन जापान के सहयोग से है।
चंद्रयान-3 एक अभूतपूर्व सफलता थी जिसने भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुँचने वाला पहला देश और सॉफ्ट लैंडिंग पूरी करने वाला दुनिया का चौथा देश बना दिया। जबकि चंद्रयान-3 पर सवार रोवर जिसे प्रज्ञान कहा जाता है वह 25 किलोग्राम का हल्का थ। चंद्रयान-5 पर नया रोवर 10 गुना भारी है जो अधिक उन्नत वैज्ञानिक अन्वेषण को सक्षम बनाता है।
नारायणन ने कहा कि चंद्रयान-4 की योजना 2027 के लिए बनाई गई है जिसका उद्देश्य चंद्रमा से नमूने वापस लाना है। चंद्रयान-6 पर भी काम चल रहा है क्योंकि भारत का लक्ष्य 2035 तक 44 बिलियन डॉलर का अंतरिक्ष उद्योग बनाना है।
चंद्रमा के अलावा भारत गगनयान मिशन (पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान) और शुक्रयान (2028 में) नामक शुक्र मिशन के लिए भी तैयारी कर रहा है।