नई दिल्ली:- भारत और न्यूजीलैंड ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूती मिलेगी दोनों देशों ने 10 साल के अंतराल के बाद फिर से मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता शुरू करने का फैसला किया है।
एफटीए वार्ता का महत्व
एफटीए वार्ता का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना है। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को कम करने और व्यापार को आसान बनाने में मदद करेगा।
वार्ता की शुरुआत
एफटीए वार्ता की शुरुआत न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन की भारत यात्रा के दौरान हुई इस दौरान, दोनों देशों के व्यापार मंत्रियों ने वार्ता की शुरुआत की।
वार्ता के मुख्य मुद्दे
एफटीए वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इनमें से कुछ मुख्य मुद्दे हैं:
-कृषि और डेयरी उत्पादों का व्यापार: न्यूजीलैंड कृषि और डेयरी उत्पादों का एक बड़ा निर्यातक है जबकि भारत इन उत्पादों का एक बड़ा आयातक है।
– व्यापार बाधाओं को कम करना: दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को कम करने पर चर्चा होगी।
–सेवा क्षेत्र में सहयोग: दोनों देशों के बीच सेवा क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा होगी।
वार्ता के परिणाम
एफटीए वार्ता के परिणामस्वरूप, दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश में वृद्धि होने की उम्मीद है यह समझौता दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करेगा।