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भारत को चाहिए यूरोपीय यूनियन से मेडिकल डिवाइसेज़ पर पारस्परिकता

नई दिल्ली:- भारत और यूरोपीय यूनियन (EU) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत जारी है। इस बीच, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) ने सुझाव दिया है कि भारत को EU से मेडिकल डिवाइसेज़ पर पारस्परिकता की मांग करनी चाहिए।

क्या है मेडिकल डिवाइसेज़ का मुद्दा?

मेडिकल डिवाइसेज़ का मुद्दा यह है कि EU में मेडिकल डिवाइसेज़ के निर्माण और आयात पर कड़े नियम लागू हैं। भारतीय निर्माताओं को इन नियमों का पालन करना पड़ता है लेकिन EU के निर्माताओं को भारत में इतने कड़े नियमों का पालन नहीं करना पड़ता है इससे भारतीय निर्माताओं को नुकसान होता है और EU के निर्माताओं को फायदा होता है।

क्या है GTRI का सुझाव?

GTRI का सुझाव है कि भारत को EU से मेडिकल डिवाइसेज़ पर पारस्परिकता की मांग करनी चाहिए इसका मतलब है कि EU के निर्माताओं को भारत में उतने ही कड़े नियमों का पालन करना चाहिए जितने कि भारतीय निर्माताओं को EU में करना पड़ता है इससे भारतीय निर्माताओं को फायदा होगा और EU के निर्माताओं को नुकसान होगा।

क्या है FTA का महत्व?

FTA का महत्व यह है कि यह भारत और EU के बीच व्यापार को बढ़ावा देगा। इससे भारतीय निर्माताओं को EU के बाजारों में पहुंच बढ़ेगी और EU के निर्माताओं को भारतीय बाजारों में पहुंच बढ़ेगी लेकिन इसके लिए यह जरूरी है कि दोनों पक्षों के बीच पारस्परिकता हो।

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