वाशिंगटन: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की घर वापसी का रास्ता साफ हो गया है। NASA और SpaceX ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए Crew-10 मिशन लॉन्च किया जिससे अब दोनों अंतरिक्ष यात्री जल्द पृथ्वी पर लौट सकेंगे।
फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से Falcon 9 रॉकेट ने गुरुवार सुबह 4:33 बजे (IST) उड़ान भरी। इस मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं— ऐनी मैकक्लेन, निकोल एयर्स (NASA) ताकुया ओनिशी (JAXA, जापान), और किरिल पेस्कोव (रोस्कोस्मोस, रूस)।
NASA के अनुसार Crew-10 मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष में वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रयोग करना है। साथ ही यह मिशन सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी का रास्ता बनाएगा जो पिछले साल जून 2023 से ISS पर फंसे हुए हैं।
आठ दिन का मिशन बना नौ महीने की परेशानी
बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की तकनीकी खराबी के कारण यह मिशन आठ दिन से नौ महीने तक खिंच गया। विलियम्स और विल्मोर को फरवरी में लौटना था लेकिन देरी होती गई। अब Crew-10 के सफल प्रक्षेपण के बाद वे कुछ ही दिनों में पृथ्वी पर वापस लौटेंगे।
अंतरिक्ष मिशन पर राजनीति गरमाई
इस मिशन को लेकर अमेरिका में राजनीतिक विवाद भी हुआ। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और SpaceX के मालिक एलन मस्क ने जो बाइडेन प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर विलियम्स और विल्मोर को ISS पर छोड़ दिया। हालांकि NASA ने स्पष्ट किया कि मिशन में देरी पूरी तरह से तकनीकी कारणों से हुई और इसकी वापसी योजना पहले से तय थी।
अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर कब सुरक्षित पृथ्वी पर लौटते हैं।