लखनऊ (उत्तर प्रदेश): राजधानी लखनऊ में पुलिस ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक अन्तर्राज्यीय गिरोह की सदस्य मुस्कान तिवारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कैसरबाग बस स्टेशन से मुस्कान के पास से 4 पिस्टल, 7 मैगजीन और एक मोबाइल फोन बरामद किया। इससे पहले भी एसटीएफ वाराणसी ने उसे सुल्तानपुर में हथियारों के साथ पकड़ा था।
कैसे पकड़ में आई मुस्कान तिवारी?
एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि पूर्वांचल में अवैध हथियारों का गिरोह सक्रिय है, जिसके बाद पुलिस टीम को अलर्ट किया गया। जांच में पता चला कि मुस्कान तिवारी, निवासी रूदौली, थाना सरपतहा, जौनपुर इस गिरोह की अहम सदस्य है। वह मेरठ से हथियार लेकर जौनपुर के शाहगंज पहुंचाने वाली थी। पुलिस ने कैसरबाग बस स्टेशन पर घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
पिछले साल 15 दिसंबर को एसटीएफ ने मुस्कान और उसके साथी सत्यम को सुल्तानपुर से गिरफ्तार किया था तब 2 पिस्टल बरामद हुई थी। जेल से छूटने के बाद मुस्कान फिर से गैंग के सरगना शुभम सिंह के संपर्क में आ गई और दोबारा हथियारों की तस्करी करने लगी। इस बार शुभम ने योजना बदलकर गैंग के सदस्यों को अकेले हथियार लाने-ले जाने का निर्देश दिया था।
मेरठ से शाहगंज तक हथियारों की डिलीवरी
मुस्कान ने पूछताछ में बताया कि शुभम सिंह ने उसे मेरठ के शोहराबगेट बस स्टेशन से 4 पिस्टल लाने के लिए भेजा था। हर पिस्टल की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये थी और उसे शाहगंज में डिलीवर करना था। इस काम के लिए उसे 50 हजार रुपये दिए गए थे। उसने यह भी कबूला कि पहले भी कई बार हथियार और कारतूस तस्करी कर चुकी है।
गिरोह के अन्य सदस्य पुलिस के निशाने पर पुलिस को शक है कि गिरोह का नेटवर्क कई जिलों में फैला है और इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं। अब पुलिस गैंग के सरगना शुभम सिंह और उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। एसटीएफ पूरे गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रही है।