बोलन (पाकिस्तान): पाकिस्तान में बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने अब तक का सबसे बड़ा हमला करते हुए एक यात्री ट्रेन को हाईजैक कर लिया। इस ट्रेन में 450 से ज्यादा यात्री सवार थे जिनमें 140 पाकिस्तानी सैनिक भी शामिल थे। विद्रोहियों ने ट्रेन को बोलन के पास रोककर सभी सैनिकों को बंधक बना लिया और 30 सैनिकों की हत्या का दावा किया। पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई में अब तक 104 बंधकों को छुड़ा लिया हैं जबकि 16 बलोच लड़ाके मारे गए हैं।
कैसे हुआ ट्रेन हाईजैक?
क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस जैसे ही बोलन के पास पहुंची BLA के लड़ाकों ने रेलवे ट्रैक उड़ा दिया और ट्रेन को रोककर उसे सुरंग में ले गए। ट्रेन में सवार पाकिस्तानी सेना, पुलिस, आतंकवाद निरोधक बल (ATF) और ISI के अधिकारी छुट्टी पर पंजाब जा रहे थे। BLA की मजीद ब्रिगेड ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पाकिस्तान सेना ने पहले एयरस्ट्राइक की योजना बनाई लेकिन विद्रोहियों ने धमकी दी कि ऐसा हुआ तो सभी 140 सैनिकों को मार दिया जाएगा।
BLA और सेना के बीच भारी गोलीबारी
बचाव अभियान के दौरान पाकिस्तानी सेना और बलोच लड़ाकों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। अब तक 16 BLA लड़ाके मारे गए जबकि ऑपरेशन जारी है। पाकिस्तान की सेना का दावा है कि जल्द ही बाकी बंधकों को भी छुड़ा लिया जाएगा।
बलूच विद्रोहियों का मकसद
BLA पाकिस्तान से अलग बलूचिस्तान देश बनाने के लिए सालों से लड़ाई लड़ रहा है। कुछ दिनों पहले बलोच विद्रोहियों और सिंधी अलगाववादी समूहों ने संयुक्त युद्धाभ्यास किया था। अब ये संगठन पाकिस्तान और चीन के CPEC प्रोजेक्ट्स के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं।
पाकिस्तान के लिए बढ़ी मुश्किलें
पिछले महीने BRAS (बलोच राजी आजोई संगर) की एक गुप्त बैठक हुई थी जिसमें BLA, बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट, बलोच रिपब्लिकन गार्ड्स, सिंधी लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन और सिंधु देश रिवोल्यूशनरी आर्मी शामिल थे। इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की योजना बनाई गई थी। ट्रेन हाईजैक इसी साजिश का हिस्सा माना जा रहा है।
पाकिस्तान पर बढ़ा आतंरिक खतरा
BLA और सिंधी विद्रोहियों के एकजुट होने से पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। यह हमला शहबाज सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है जिससे पूरे देश में अशांति और भय का माहौल बना हुआ है।